GWALIOR NEWS: ग्वालियर व्यापार मेले में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई. आगजनी की वजह से व्यापार मेले में लगी 6 दुकानें पूरी तरह से जल गईं और उनमें रखा लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया.आगजनी की दुर्घटना के तुरंत बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग को बुझाने पहुंच गई लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसे काबू करने के लिए दमकल विभाग को कुल 8 गाड़ी पानी डालना पड़ा. इस दुर्घटना में अभी तक कोई जनहानि की खबर नहीं है.
दुकानदारों ने पुलिस और दमकल विभाग को बताया कि व्यापार मेले की छत्री नंबर 4 और 5 के बीच में लगी 6 दुकानें इस आगजनी की चपेट में आई हैं. फायर विभाग के उपायुक्त अतिबल सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि छत्री नंबर 4 और 5 पर स्थित दुकानों के पीछे एक रेस्टॉरेंट है. जिसमें कुछ कर्मचारी खाना बना रहे थे. तभी यहां पर सिलेंडर में रिसाव हो गया और उसकी वजह से यहां पर आग लगी. शुरूआत में लोगों ने समझा कि रेस्टॉरेंट में खाना बन रहा है और उसके कारण ही धुआं निकल रहा है तो इस वजह से लोगों ने शुरू में ध्यान नहीं दिया लेकिन कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास मौजूद 6 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया, जिसके बाद मेले में अफरा-तफरी मच गई.
ऊनी कपड़ों की दुकानों की वजह से बढ़ गई आग
रेस्टॉरेंट में सिलेंडर लीकेज होने के कारण लगी आग पास में स्थित ऊनी कपड़ों की दुकानों तक पहुंच गई. चूंकि इन सभी में ऊनी कपड़े, लकड़ी से बने सामानों की दुकानें थी तो आग तेजी से फैल गई. फायर विभाग के उपायुक्त के अनुसार सूचना मिलने के तुरंत बाद ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी आ गई, क्योंकि दो गाड़ियां हमेंशा ही व्यापार मेले में तैनात रहती हैं, इसलिए मेले में अधिक दुकानें इस आगजनी की चपेट में नहीं आई, सिर्फ 6 दुकानों को नुकसान हुआ है. लेकिन दुकानदारों का कहना है कि कुछ अन्य दुकानों का सामान भी जला है.
अब दुकानदारों का गुस्सा फूटा, मेला कराया बंद
आगजनी की घटना के बाद दुकानदारों को गुस्सा मेला प्राधिकारण पर फूटा. मौके पर पहुंचे मेला प्राधिकारण के अधिकारियों पर दुकानदारों ने आरोप लगाए कि मेले में दुकानों के आबंटन व्यवस्थित तरीके से नहीं हुआ, जिसके कारण कपड़ों, लकड़ियों और खिलौनो की दुकान के पास ही रेस्टॉरेंट की दुकानों का आबंटन कर दिया गया. जबकि इनको दूर दुकानें देनी चाहिए थीं. वहीं दमकल विभाग पर भी देरी से गाड़ी भिजवाने के आरोप लगाए तो दुकानदारों ने मेला प्राधिकरण और पुलिस पर आरोप लगाए कि पूरे मेले में जगह-जगह रेहड़ी और ठेले वालों को अवैध रूप से मेले में एंट्री दी जाती है, जिसके कारण आग बुझाने आई फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को जल रही दुकानों तक पहुंचने में विलंब हुआ. फिलहाल दुकानदारों ने पूरा मेला बंद कर दिया है. घटना स्थल पर पुलिस तैनात की गई है.