GWALIOR NEWS: जहां एक तरफ देश की रक्षा के लिए सेना के जवान और अफसर बॉर्डर पर अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं तो वहीं कुछ जवानों को इसके साथ-साथ अपने शहर में दबंगों की चुनौती का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है ग्वालियर शहर से. ग्वालियर के रहने वाले नायब सूबेदार विजय सिंह सेना की तरफ से सिक्किम बॉर्डर पर तैनात किए गए हैं. लेकिन ग्वालियर में मौजूद उनके 2 प्लॉट पर कुछ दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. जिसके लिए नायब सूबेदार अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर है. मंगलवार को नायब सूबेदार मदद के लिए कलेक्टर की जन सुनवाई में पहुंचे.
दरअसल भारतीय सेना में पदस्थ नायब सूबेदार विजय सिंह इंडियन वेटरन्स ऑर्गेनाइजेशन के सदस्यों के साथ कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे. यहां पर प्रभारी कलेक्टर आशीष सिंह को बताया कि नायब सूबेदार विजय सिंह ने मुरार के खुरैरी गांव में 2 प्लॉट भारत मंडेलिया नाम के एक व्यक्ति से खरीदे थे. प्लॉट की खरीद एक बीजेपी नेता के रिश्तेदार रवि प्रकाश कुशवाहा के माध्यम से हुई थी. लेकिन जब कब्जा लेने की बारी आई तो वहां पर डॉ. विशाल यादव नाम के बिल्डर ने उन 2 प्लॉट पर कब्जा कर लिया. जब उन्होंने अपने प्लॉट पर कब्जा लेना चाहा तो डॉ. विशाल यादव ने दबंगई दिखाते हुए प्लॉट पर कब्जा देने से इनकार कर दिया.डॉ विशाल यादव प्लॉट पर कब्जा देने के बहाने उल्टा लाखों रुपए की मांग करने लगा. अब इस मामले में नायब सूबेदार ने जिला प्रशासन से मदद करने की गुजारिश की है.
नायब सूबेदार ने प्रभारी कलेक्टर को बोला ‘देश की रक्षा करूं या दबंगों से झगड़ा करूं’
नायब सूबेदार विजय सिंह कलेक्टर की जन सुनवाई में पहुंचकर वहां मौजूद प्रभारी कलेक्टर आशीष सिंह से बोले, ‘मैं सिक्किम बॉर्डर पर तैनात हूं. वहां देश की रक्षा के लिए खड़ा हूं. लेकिन शहर में लिए गए मेरे दोंनो प्लॉट पर कब्जा हो गया. सेना से मिले वेतन और फंड के सहारे मैंने ये प्लॉट खरीदे थे. अब मेरा पैसा भी चला गया और प्लॉट पर भी अवैध कब्जा हो गया. अब आप ही बताएं कि एक तरफ मुझे बॉर्डर पर ड्यूटी करना है. देश की रक्षा करना है और दूसरी तरफ मेरे अपने शहर में ही दबंग मुझे परेशान कर रहे है. अब क्या उनसे झगड़ा करूं’. प्रभारी कलेक्टर आशीष सिंह ने नायब सूबेदार की परेशानी को समझते हुए उनकी लिखित शिकायत ली और एसडीएम मुरार को तीन दिन के अंदर इस मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. नायब सूबेदार को यकीन दिलाया कि जिला प्रशासन उन्हें प्लॉट पर कब्जा दिलाने में मदद करेगा’.