महाशिवरात्रि पर भांग पीने से बिगड़ी 100 से ज्यादा लोगों की तबीयत, मच गई अफरातफरी

Shivpuri News: पूरे देश में बीते रोज महाशिवरात्रि की धूम थी. लोग बाबा महादेव की भक्ति में सराबोर थे. महाशिवरात्रि पर्व पर भांग का अपना अलग ही महत्व है. लोगों का मानना है कि भांग के प्रसाद बगैर महाशिवरात्रि अधूरी-अधूरी सी लगती है. बस फिर क्या था शिवपुरी शहर के कृष्णपुरम कॉलोनी में बीते रोज […]

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Shivpuri News: पूरे देश में बीते रोज महाशिवरात्रि की धूम थी. लोग बाबा महादेव की भक्ति में सराबोर थे. महाशिवरात्रि पर्व पर भांग का अपना अलग ही महत्व है. लोगों का मानना है कि भांग के प्रसाद बगैर महाशिवरात्रि अधूरी-अधूरी सी लगती है. बस फिर क्या था शिवपुरी शहर के कृष्णपुरम कॉलोनी में बीते रोज महाशिवरात्रि के पर्व पर लोगों को भांग का प्रसाद बांटा गया, जिसे पीने के बाद लगभग 120-़130 लोग उल्टियां करने लगे. जिसके बाद तबीयत खराब होने की शिकायत पर उन्हें चिकित्सालय में इलाज हेतु भर्ती कराया गया.

भांग पीने के बाद कृष्ण पुरम कॉलोनी में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब वहां 120 से 130 लोगों को एक साथ उल्टियां होने लगी, जिन्हे तत्काल लोगों ने अपनी सूझबूझ के चलते जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. बताया जा रहा है, कि लोगों को उल्टियां मंदिर पर बांटी गई भांग के प्रसाद को पीने के बाद शुरू हुई.

शहर में दूध की कमी, तो फिर इतना दूध आया कहां से?
दूध के दाम बढ़ाने को लेकर डेयरी संचालक और दुधियों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है. दूधियां गुरुवार से हड़ताल हैं.जबकि शहर में दूध की सप्लाई से बंद है. जिसके चलते शहर में आमजन को दूध की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद बड़ी मात्रा में मंदिर पर भांग का प्रसाद बनाने के लिए दूध कहां से आया. इस सवाल ने कहीं ना कहीं नकली दूध की ओर शंका जाहिर की है. बहरहाल प्रशासन अब जांच करने की बात कह रहा है.

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इस घटना के बाद हरकत में प्रशासन
इतनी बड़ी संख्या में लोगाें का बीमार होना प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है. जैसे ही प्रसाशन को इस घटना की भनक लगी तुरंत प्रसाशन हरकत में आया और शहर की विभिन्न दूध डेयरीयों पर छापामार कर सैंपल एकत्रित किए, जिन्हें जांच के लिए लेबोरेट्री में भेजा गया है.

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लगातार सामंजस बिठाने की कोशिश में प्रशासन
दूध के दाम बढ़ाने को लेकर डेयरी संचालक और दुधियों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है. दूधियां गुरूवार से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे हुये हैं. प्रशासन की तरफ से भी मान मनौव्वल का दौर जारी है. दूधिए 10 रू. लीटर दाम बढ़ाने की मांग पर अड़े हुये हैं. किसानों का कहना है कि एक तरफ सामान मंहगा होने से दूध बेचकर नुकसान हो रहा है.डेयरी वाले हमसे मावे के हिसाब से दूध लेते हैं, और फिर खुद क्रीम निकाल लेते हैं. क्रीम निकला दूध ये लोग 46 रू. में जनता को बेच देते हैं. इसी कारण डेयरी वाले हमसे ज्यादा फायदा कमा रहे हैं.

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