MP News: राजगढ़ में महिंद्रा फाइनेंस के कर्मचारी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर बंधक बना लिया. इसकी वजह ये थी कि एजेंट ने किस्त जमा नहीं करने पर दलित किसान से झगड़ने लगा और उसका सिर फोड़ दिया. फाइनेंस कंपनी के वसूली एजेंटों ने एक दलित के साथ पत्थरों से मारपीट करते हुए उसका सिर फोड़ दिया. गंभीर रूप से घायल किसान को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. जिससे राजगढ़ जिले के खिलचीपुर तहसील का जैतपुरा गांव के लोग गुस्से में है.
पीड़ित किसान का कहना है कि मैंने जब सेटलमेंट के 40 हजार रुपये दे दिए, उसके बाद भी फाइनेंस वाले 40 हजार रुपये मांग रहे हैं. मैं कहां से लाकर दूं, जब मैं पुराने जमा की रसीद मांगता हूं तो वो भी नहीं देते हैं. अब लोन की किस्त मांगने का जबरन दबाव बना रहे हैं. किस्त नहीं चुकाई तो विवाद करते हुए मुझे पत्थर मारकर घायल कर दिया. गंभीर रूप से घायल कन्हैयालाल वर्मा निवासी जैतपुरा ने कहा कि पैसे जमा करने के बाद भी पैसे मांगते हुए परेशान किया जा रहा है.
उसका कहना है कि मैंने लोन लिया था, महिंद्रा फाइनेंस मेरे को एक लाख का लोन दिया था. सिर्फ 80 हजार रुपए दिए थे और साल 2017 व 2018 मे महीने की किस्त 2 हजार 700 रुपए रहती थी. लेकिन किन्ही कारणों से मैं भोपाल चला गया था, काम करने की तलाश में, इस कारण मैं लोन का पैसा नहीं चुका पाया था. पहले अब दे रहा हूं. मैंने भोपाल फोन लगाया कि मुझे स्टेटमेंट दे दो. अब 2 लोग आए महिंद्रा फाइनेंस वाले दिलीप यादव, मनीष मेवाड़ा आकर बोले किस्त दो. मैंने पहले 80 हजार रुपये कैश दे चुका हूं. सेटलमेंट के लिए 11-12 तारीख को फिर 40 हजार रुपए दे दिए, अब किस बात का दूं इसीलिए मुझे पत्थर से मारा और वहां से भाग गया. फिर उन लोगों को गांव वालों ने पकड़ लिया.
मैंने एजेंट से 40 हजार रुपये की रसीद मांगी तो झगड़ा करने लगा
मैंने बोला कि 40 हजार रूपए जमा की रसीद तो दे जाओ. मारपीट के बाद खिलचीपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया. उधर, इस मामले में घायल की पत्नी शीला बाई वर्मा जेतपुरा का कहना है कि जो घायल है वह मेरा पति है. उन्होंने महिंद्रा फाइनेंस वालों को किस्त दे दी पहले ही, लेकिन रसीद अभी तक नहीं दी. मेरे पति को महिंद्रा फाइनेंस वालों ने पत्थर से मारा सिर फोड़ दिया.
इस मामले में कस्टमर मैनेजर महिंद्रा फाइनेंस दिलीप यादव ने बताया कि मैं महिंद्रा फाइनेंस का कस्टमर मैनेजर हूं. गुरूवार को लोन के बकाया में 20 हजार रुपए देने की बात थी. मैं जेतपुरा खुर्द गया है. इस पर कन्हैया लाल वर्मा ने बोला पैसे आएंगे जब देंगे, इस पर मैंने फोन से साहब से बात कराई. इस बीच मेरे ऊपर पत्थर उठा लिया व मुझे मारने के लिए दौड़ा इस बीच मुझे पत्थर ऊपर से मारने के चक्कर में उसके सिर पर गिर गया. मेरी बाइक भी जेतपुरा खुर्द गांव में है.
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हमने किस्त मांगी तो झगड़ने लगा किसान
मैनेजर कहना था कि कन्हैयालाल ने हमें पैसे नहीं दिए 12 तारीख को गए थे. ब्रांच मैनेजर और मैंने कोई पेमेंट नहीं दिया. आज पेमेंट लेने गए थे. 1 लाख 10 हजार रुपए का लोन लिया था. मकान का आज अवार्ड किस्त लेने गए थे, 38 हजार रुपए की जब कहा था. मैं रायडा ले जा रहा दे दूंगा. इसी बात पर लड़ाई हुई थी. वहीं, इस प्रकरण में थाना प्रभारी खिलचीपुर प्रभात गौड ने बताया कि जेतपुरा खुर्द का कन्हैया लाल वर्मा ने महिंद्रा फाइनेंस से लोन ले रखा था. उसकी किस्त जमा करवाने के लिए महिंद्रा फाइनेंस के कुछ कर्मचारी आए थे. किस्त जमा नहीं करने की बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. कन्हैया लाल वर्मा को चोट लगी है. चोटों की जो भी रिपोर्ट आएगी, मेडिकल उसके आधार पर प्रकरण में धारा बढ़ाई जाएंगी.
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