Indore crime news: इंदौर के महू में एक आदिवासी युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद बवंडर मच गया है. रातभर प्रदर्शनकारियों ने युवती के शव को रखकर चक्काजाम किया. चक्काजाम खुलवाने पहुंची पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की हिंसक झड़प हो गई. हिंसक झड़प यहां तक पहुंच गई कि पुलिस को आंसू गैस के गोले से लेकर फायरिंग तक करना पड़ी. बताया जा रहा है कि पुलिस फायरिंग के दौरान भी एक युवक की मौत हो गई है और उसके बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया है. प्रदर्शनकारियों की तरफ से हुए हमले में बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर सहित 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. विवाद में अब पीसीसी चीफ कमलनाथ भी कूद पड़े हैं. उन्होंने आदिवासी युवती की मौत को मुद्दा बना लिया है. जिसके बाद कुछ ही देर पहले उन्होंने ट्वीट कर इस मामले को लेकर कांग्रेस के बड़े कदम की जानकारी दी है.
पूरा मामला महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र का है. जहां पर बीती रात एक आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने डोंगरगांव पुलिस चौकी के सामने युवती का शव रखकर जाम लगा दिया. प्रदर्शन करने वालों को पुलिस की टीम करीब एक किमी तक खदेड़ कर ले गई लेकिन भीड़ फिर से वापस पुलिस चौकी पर आ गई थी और प्रदर्शन करने वालों ने पुलिस पर हमला कर दिया. बचाव में पुलिस ने भी सामने से फायरिंग की. काफी देर की मशक्कत के बाद पुलिस भीड़ पर नियंत्रण पा सकी और फिलहाल हालात काबू में हैं. लेकिन अब मामले पर सियासत शुरू हो गई है.
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पूरे मामले की जांच के लिए कांग्रेस के आदिवासी विधायकों का एक दल गठित कर उनको घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है. उधर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने इस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है. कुछ ही देर में बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मामले को लेकर तीखी तकरार सामने आ सकती है, क्योंकि पूरा मामला एक आदिवासी युवती की मौत को लेकर है और विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण आदिवासी मतदाता दोनों ही पार्टियों के कोर एजेंडे में है.
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पहले समझें, क्या है पूरा मामला
बताया जारहा है कि धार जिले के धामनोद क्षेत्र में रहने वाली युवती की बडगोंदा थाना क्षेत्र में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. परिजनों का कहना है कि युवती की मौत एक दबंग युवक की प्रताड़ना के कारण हुई है. परिजन ने पुलिस पर मामला दबाने का आरोप भी लगाया. मृतक युवती की बुआ ने आरोप लगाया कि उसकी भतीजी के साथ पाटीदार समाज के युवकों ने गैंगरेप कर हत्या की है. पुलिस ने सुनवाई नहीं की. जिसके बाद ही पूरा बवाल खड़ा हो गया. पुलिस चौकी पर पथराव होने के बाद पुलिस और हिंसक भीड़ के बीच आमने-सामने की लड़ाई हुई. जिसमें पुलिस को 25 राउंड तक फायरिंग भी करना पड़ी और इस दौरान प्रदर्शनकारी एक युवक की भी मौत हो गई. 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए. मौके पर 500 से अधिक जवान देर रात तक अलग-अलग हिस्सों में गश्त करते रहे. पुलिस के आला अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं.
इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है।
मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूँ, व्यथित हूँ और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूँ।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 16, 2023
कमलनाथ ने ये किया ट्वीट
‘इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है. मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूँ, व्यथित हूँ और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूँ. मैंने घटना की जाँच के लिये वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जाँच दल भी गठित किया है जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है. आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है. अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है’.
इनपुट: रवीशपाल सिंह, धर्मेंद्र कुमार शर्मा