आदिवासियों की संदिग्ध मौतों को लेकर ‘जयस’ उतरा सड़क पर, CBI जांच की मांग को लेकर रतलाम में रातभर चला धरना
Ratlam News: मध्यप्रदेश के रतलाम में आदिवासियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौतों को लेकर आदिवासी संगठन जयस धरने पर बैठ गया है. जयस की मांग है कि रतलाम में हुई 6 लोगों की संदिग्ध मौत की और सीबीआई जांच हो. उनका कहना है कि इन संदिग्ध मौतों का खुलासा नहीं होने से आदिवासी समुदाय […]

Ratlam News: मध्यप्रदेश के रतलाम में आदिवासियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौतों को लेकर आदिवासी संगठन जयस धरने पर बैठ गया है. जयस की मांग है कि रतलाम में हुई 6 लोगों की संदिग्ध मौत की और सीबीआई जांच हो. उनका कहना है कि इन संदिग्ध मौतों का खुलासा नहीं होने से आदिवासी समुदाय आहत है. इसी को लेकर जयस ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. जय आदिवासी युवा संगठन के कार्यकर्ता जांच की मांग को लेकर एसडीएम ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान प्रशासन की टीम और पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा.
जयस का धरना प्रदर्शन गुरूवार की रात से जारी है. धरना शुरू करने के पहले आदिवासियों ने न्याय रैली निकाली. जयस के बैनर तले सैकड़ों आदिवासी सैलाना के राजवाड़ा चौक से पैदल मार्च निकाल कर एसडीएम कार्यालय पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने भोजन भी धरना स्थल पर ही बनाया और रात में भी बिस्तर लगा कर धरना स्थल पर ही सोए.
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संदिग्ध मौतों की हो सीबीआई जांच
जयस पिछले 5-6 महीनों के दौरान अलग-अलग मामलों में हुई 6 आदिवासियों की मौतों की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. आदिवासी नेताओं ने कहा कि शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम की छात्रा कृष्णा-पिता बहादुर डामोर, गीता-पिता बालू डोडिया, सकरावदा छात्रावास के पंकज-पिता रमेश चंद्र डोडिया, शांन्तु-पिता कमजी गांव छावनी झोड़ियां , रामचंद्र-पिता हरजी गांव कुपढ़ा, बबली-पिता कालू कटारा गांव तलाई खेड़ा की बीते 3-4 माह में संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या हुई है. जयस ने कहा कि इन सभी मौतों से आदिवासी समुदाय आहत है. इन मामलों ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है. इन सभी के मामले में जयस न्याय देने की मांग कर रहा है.
जयस ने सौंपा ज्ञापन
जयस द्वारा प्रस्तुत ज्ञापन में शासन से उच्च स्तर पर कार्रवाई करते हुए तुरंत सीबीआई जांच की मांग की गई. जयस के नेताओं ने कहा कि आदिवासी समुदाय की सुरक्षा के लिए अब ये जरूरी हो गया है कि सारे मामलों की सीबीआई जांच की जाए और साफ-साफ खुलासा हो कि इस समुदाय की प्रताड़ना के पीछे दोषी कौन है? और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए.
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आदिवासियों के साथ नहीं होगा अन्याय
सैलाना एसडीएम मनीष जैन का कहना है कि-प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है. आदिवासी समुदाय से एक ज्ञापन हमें प्राप्त हुआ है. सभी मामलों में निष्पक्ष तरीके से जांच जारी है. कुछ मामलों में एफआईआर भी हुई है. कुछ न्यायालयीन प्रक्रिया में हैं. कहीं भी किसी भी प्रकार से किसी भी मामले में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी. एसडीएम ने कहा कि प्रशासन हर संभव कोशिश करेगा कि आदिवासियों के साथ अन्याय न हो .