Raisen Murder Case: मध्य प्रदेश के रायसेन में सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है. सिलवानी तहसील के एक गांव में फिल्मी अंदाज में मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया. पुलिस को पठापोड़ी गांव में एक अज्ञात लाश मिली थी. मृतक की जेब में मिली डायरी के आधार पर उसकी पहचान कल्लू कढ़ार के रूप में की गई थी, जो जांच के बाद गलत निकली. जांच-पड़ताल में सामने आया कि ये सब एक सोची-समझी साजिश थी.
सिलवानी तहसील के ग्राम पठ़ापोड़ी में पुलिस को अज्ञात की लाश मिली थी. इसके बाद सिलवानी पुलिस ने लाश को सिविल हॉस्पिटल लाकर पोस्टमार्टम कराया था. जांच के दौरान मृतक के जेब में आधार कार्ड और डायरी मिली थी. जब डायरी में लिखे मोबाइल नंबर पर बात की गई तो उसमें एक महिला का नंबर निकला, जिसने बताया कि उसका पति कल्लू कढ़ार तीन दिन से गायब है. वह नर्मदा घाट बोरास स्नान करने जाने का बताकर गया था.
गांव वालों ने की शव की पहचान
पुलिस ने कल्लू की पत्नी प्रियंका को उसके मृत होने की सूचना दी. इसके बाद गुरुवार की शाम को प्रियंका और उसके परिजनों ने सिलवानी हॉस्पिटल आकर शव की पहचान की. इसके बाद परिजन शव को ग्राम बागरोद थाना त्योंदा जिला विदिशा ले गये. शव को परिजनों ने घर में रख लिया था, लेकिन गांव वालों ने मृतक को कल्लू चढ़ार मानने से इनकार कर दिया. गांव वालों का कहना था कि कल्लू चढ़ार का रंग काला है और वह मोटा है, जबकि मृतक गोरे रंग का और दुबला पतला है. वहीं उसके पैर की दो उंगलियां चिपकी हुई हैं.
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पुलिस ने दफनाया शव
कल्लू और मृतक के शरीर में अंतर को लेकर मतभेद हो गया. इसके बाद विवाद की स्थिति बनती देखकर सिलवानी पुलिस ने रात में ही गांव वालों से चर्चा की और शुक्रवार को शव को पुलिस के ही वाहन में सिलवानी वापस लेकर आ गई. शुक्रवार की रात में ही शव को नगर के वार्ड 3 इंदिरा आवास कालोनी के मुक्तिधाम में जेसीबी से गड्ढा कर शव को दफनाया गया. इसके बाद पुलिस की एक टीम को कल्लू चढ़ार की खोज करने के लिए भोपाल रवाना किया गया. रात को भोपाल के भानपुर करोंद के पास पुलिस को कल्लू चढ़ार मिल गया और जिसे पुलिस अपने साथ सिलवानी ला रही थी वह भोपाल रायसेन के बीच पुलिस की चलती गाड़ी से गेट खोलकर कूद गया.
गढ़ा हुआ शव निकाला
पुलिस ने जिस व्यक्ति को मुक्तिधाम में दफनाया था, उसकी पहचान सलमान पिता साबिर खान उम्र 25 वर्ष निवासी करोंद भोपाल के रूप में हुई. वह कल्लू चढ़ार का परिचित था और भोपाल में प्रायवेट हॉस्पिटल में काम करता था. मृतक की पहचान होने के बाद साबिर का शव मुक्तिधाम से निकाला गया और उसके परिजनों को सौपकर नगर के ईदगाह वाले कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक किया गया. कल्लू कढ़ार पुलिस के चलते हुए वाहन से कूद गया था, जिससे वह घायल हो गया था. इसके बाद जब पुलिस ने पूछताछ की तो कल्लू ने सारी बातें कबूल कर लीं.
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