लेबर डे पर गोविंदपुरा में कमलनाथ का ऐलान, बोले- हमारी सरकार आई तो करेंगे ये बड़ा काम
MP News: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज यानि सोमवार को मजदूर दिवस पर बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर 01 मई को सरकारी अवकाश घोषित किया जाएगा. इसके साथ ही कमलनाथ ने घोषणा करते हुए कहा कि पत्रकारों के लिए भी कांग्रेस सुरक्षा कानून लाएगी. दरअसल, कमलनाथ […]

MP News: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज यानि सोमवार को मजदूर दिवस पर बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर 01 मई को सरकारी अवकाश घोषित किया जाएगा. इसके साथ ही कमलनाथ ने घोषणा करते हुए कहा कि पत्रकारों के लिए भी कांग्रेस सुरक्षा कानून लाएगी.
दरअसल, कमलनाथ आज गोविंदपुरा विधानसभा सीट के पिपलानी में मजदूर दिवस पर आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे. मजदूरों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा- ‘पहले BHEL से गुजरते थे तो हजारों मजदूर दिखते थे, अब सिर्फ चंद हजार मजदूर बचे हैं. पंडित नेहरू और शंकलदयाल शर्मा ने BHEL की स्थापना की थी और इंदिरा गांधी ने मजदूरों के लिए कानून बनाए. लेकिन आज कितने कानूनों का पालन होता है?’
कमलनाथ ने कहा-
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‘आज मजदूर दिवस के दिन मैं यह घोषणा करता हूं कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो 01 मई को मजदूरों के सम्मान में हम सरकारी छुट्टी घोषित करेंगे.’
पत्रकारों के लिए भी घोषणा करते हुए कमलनाथ ने कहा- ‘पत्रकारों का भी सम्मान किया जाएगा. आपकी कलम और कैमरा आज कितना स्वतंत्र है? कांग्रेस सरकार आने पर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाया जाएगा’.
मैं हिंदू हूं, लेकिन बेवकूफ नहीं: कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा- “मैं गर्व से कहता हूं, मैं हिन्दू हूं, लेकिन बेवकूफ नहीं हूं. लाडली बहना योजना को लेकर उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह को अब बहनें याद आने लगी हैं, लेकिन सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार मध्यप्रदेश में हो रहे हैं. वे कहते है मैं किसान का बेटा हूं, लेकिन कितनी बारिश हुई, किसानों को नुकसान हुआ उनकी बात कीजिए. मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर होता है। हमारी सरकार आएगी, इसमें कोई शक नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि हमारे नौजवानों को क्या मंदिर, मस्जिद में रोजगार मिलेगा? रोजगार तब मिलता है, जब सरकार की नीयत ठीक होती है.”
दावेदारों के समर्थकों की नारेबाजी से कमलनाथ हुए नाराज
सभा में टिकट के दावेदार नेताओं के समर्थक तख्तियां लेकर पहुंचे और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. समर्थक हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे, इस पर मुकेश नायक ने मंच से कहा-
आप लोग अपना नुकसान कर रहे हैं. सभा शुरू हो चुकी है, शांत रहिए. हमें सब मालूम हैं कि आप बहुत बड़ी संख्या में आए हैं. हम सब जानते हैं कि कौन कितने लोग लेकर आया है. प्रकाश चौकसे और संजीव सक्सेना के साथ जो लोग आए हैं. इसके बाद जैसे ही कमलनाथ संबोधन के लिए खड़े हुए तो समर्थकों ने फिर से नारेबाजी शुरू कर दी, इस पर मंच पर कमलनाथ नाराज हो गए.
गोविंदपुरा विधानसभा सीट का इतिहास
गोविंदपुरा विधानसभा सीट का गठन 1967 में हुआ था. दो बार यहां से कांग्रेस जीती है, इसके बाद साल 1977 में इस सीट को बीजेपी ने अपने नाम कर लिया. लक्ष्मीनाराण शर्मा जनता पार्टी से विधायक बने. वहीं 1980 में बीजेपी के बाबूलाल गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से जीते. इसके बाद से गोविंदपुरा विधानसभा सीट और बाबूलाल गौर एक-दूसरे के पर्याय बन गए. वो यहां से 2013 तक जीतते रहे. उन्होंने 1980, 1985, 1990, 1993, 1998, 2003, 2008 और 2013 का चुनाव इस सीट से जीता था. वर्तमान में उनकी बहू कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से भाजपा से विधायक हैं.
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