कमलनाथ का CM शिवराज सिंह चौहान पर तंज, ‘वह सिर्फ झूठ बोलने की मशीन हैं’
MP POLITICAL NEWS: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में एक दिन पहले हुई जन सभा में कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चाैहान पर कई तंज कसे. कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को झूठ बोलने वाली मशीन कहा तो यह भी बताया कि एक वायरल वीडियो में सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद भी बोलते दिख रहे हैं […]
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MP POLITICAL NEWS: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में एक दिन पहले हुई जन सभा में कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चाैहान पर कई तंज कसे. कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को झूठ बोलने वाली मशीन कहा तो यह भी बताया कि एक वायरल वीडियो में सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद भी बोलते दिख रहे हैं कि वे घोषणाओं की मशीन हैं. शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सम्मेलन में कमलनाथ सीएम शिवराज सिंह चौहान पर जमकर बरसे.
सम्मेलन में कमलनाथ ने कहा कि ‘बीते 18 वर्षों में शिवराज सिंह चौहान तकरीबन 20 हजार से अधिक घोषणाएं कर चुके हैं. उनके मंत्रियों की घोषणायें अलग हैं. किन्तु धरातल पर एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई. क्योंकि योजनायें लागू करने, उन पर अमल करने और सार्थक परिणाम लाने हेतु विजन की आवश्यकता होती है. लेकिन शिवराज जी तो टेलीविजन के कलाकार हैं’.
रविवार को नागपुर रोड स्थित एसडी लॉन में आयोजित शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कमलनाथ बोले, ‘शिवराज सिंह चौहान सौंसर में आये थे, यहां फिर उन्होंने कई झूठी घोषणाएं की हैं. मैं तो पूछना चाहता हूं कि वे किस मुंह से छिन्दवाड़ा आए? क्या उन्हें शर्म नहीं आती? उन्होंने मेडिकल कॉलेज का बजट आधा कर दिया. विश्वविद्यालय, कृषि महाविद्यालय, उद्यानिकी महाविद्यालय को पूर्ण आकार नहीं लेने दिया. छिन्दवाड़ा ही नहीं उन्होंने पूरे प्रदेश की जनता के साथ इसी तरह की धोखेबाजी की है’.
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कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगभग 2 हजार किसानों ने आत्महत्या की है. इसी तरह बेरोजगारी के चलते प्रदेश के शिक्षित युवा बेरोजगार मौत को गले लगा रहे हैं. प्रदेश की छवि बिगाड़ी जा चुकी है. जिसके चलते मप्र में कोई भी उद्योगपति रोजगार नहीं लगाना चाहते हैं. क्योंकि ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार की दीमक लग चुकी हैं. सरकार कर्ज पर कर्ज ले रही है. लेकिन शिक्षकों को नियमित नहीं कर सकती. उनकी पेंशन बहाल नहीं कर सकती. तो फिर कर्ज ली हुई राशि का कहां उपयोग हो रहा है? पूरा कमीशन का खेल चल रहा है’.
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