कूनो नेशनल पार्क: मादा चीता साशा हुई बीमार, भोपाल से कूनो पहुंचे डॉक्टर

MP NEWS: देश में चीतों के इकलौते घर मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीता गंभीर रूप से बीमार हो गई है. बीमार हुई मादा चीता का नाम है साशा. साशा सहित 8 चीते नामीबिया से बीते साल श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क लाए गए थे. तभी से वे विशेषज्ञों की […]

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MP NEWS: देश में चीतों के इकलौते घर मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीता गंभीर रूप से बीमार हो गई है. बीमार हुई मादा चीता का नाम है साशा. साशा सहित 8 चीते नामीबिया से बीते साल श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क लाए गए थे. तभी से वे विशेषज्ञों की देखरेख में हैं. मादा चीता के बीमार होने की सूचना जैसे ही वन विभाग के अधिकारियों को मिली, उन्होंने इसकी जानकारी राजधानी भोपाल में मप्र शासन को दी और उसके तुरंत बाद उपचार के लिए भोपाल से डॉक्टरों की एक टीम कूनो नेशनल पार्क पहुंची.

साशा का इलाज किया जा रहा है. भोपाल से आए डॉक्टरों का कहना है कि साशा के स्वास्थ्य में सुधार है और अब वह पहले से बेहतर है. जांच के दौरान पता चला है कि बीमार मादा चीता डिहाईड्रेशन और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. चीता का इलाज कर रही टीम में वन विहार नेशनल पार्क के मुख्य पशु चिकित्सक डॉ अतुल गुप्ता भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों  का दल और वन विभाग  के विशेषज्ञों ने मादा चीता साशा को  अपनी निगरानी में रखा हुआ है.

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पिछले साल नामीबिया से लाकर कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए थे 8 चीते
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से लाकर  8 चीते बसाए गए थे. जिनमे 5 मादा और 3 नर चीते शामिल है. इन 8 चीतों ने बीते 4 माह के दौरान क्वॉरेंटाइन पीरियड में छोटे बाड़े और फिर बड़े बाड़े में रहकर भारत की जलवायु में सर्वाइव कर लिया है. सभी चीते पूरी तरह फिट होकर शिकार भी कर रहे है. इसी बीच दो दिन पहले मादा चीता साशा के अचानक बीमार होने का पता मॉनिटरिंग टीम को लगा था तो उसके बाद पार्क प्रबंधन ने भोपाल से डॉक्टरों को बुलाया.

जांच करने श्योपुर में नहीं हैं संसाधन, इसलिए भोपाल से बुलवाई टीम
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि मादा चीता साशा के बीमार होने का पता रूटीन मॉनिटरिंग के दौरान चला है. चूंकि श्योपुर में एक्सरे सहित दूसरी जांचों के अभी संसाधन नहीं थे ,इसलिए भोपाल से टीम बुलवाई गई है. प्रारंभिक तौर पर चीता को गुर्दे की समस्या है. फिलहाल इसकी स्थिति ठीक है और उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.

फरवरी में सभी चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा
वन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कूनो पार्क में बने बड़े बाड़े के कंपार्टमेंट नंबर-5 में पिछले साल 28 नवंबर को तीन मादा चीतों (सवाना, साशा और सियाया) को छोड़ा गया था. तीनो मादा चीता एक साथ ही इस कंपार्टमेंट में रहकर यहां के माहौल में ढल कर स्वछंद रूप से शिकार भी कर रही है. लेकिन एक मादा चीता साशा के बीमार होने के बाद पार्क प्रबंधन चिंतित है. क्योकि फरवरी माह में सभी चीतों को बड़े बाड़े से खुले जंगल मे छोड़ा जाना है. वही दूसरी तरफ़ साउथ अफ्रीका से भी 12 नए मेहमान चीतो को लेकर तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं. फरवरी महीने में ही आम लोगों को भी चीतों का दीदार कराने की तैयारी वन विभाग और कूनो नेशनल पार्क के प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है.

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