SDOP बनी दुल्हन, संतरी से आईजी तक ने नर्मदा तट पर बरसाए फूल; दिया ये सरप्राइज गिफ्ट

सैयद जावेद अली

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Mandla SDOP Akanksha came as a bride IG SP and police family emotional farewell flowers shore on banks of Narmada
Mandla SDOP Akanksha came as a bride IG SP and police family emotional farewell flowers shore on banks of Narmada
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MP News: मध्य प्रदेश के मंडला जिले के नैनपुर में 3 साल एसडीओपी रही आकांक्षा चतुर्वेदी जब दुल्हन बनकर आई तो पुलिस परिवार ने उन्हें भावुक और शानदार विदाई दी है. ऐसी विदाई जिसे दुल्हन बनी एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी शायद पूरी ज़िंदगी याद रखेगी. अपने दूल्हे के साथ सात फेरे लेकर आकांक्षा जब अपने ससुराल के लिए रवाना हो रही थी, तब मंडला पुलिस ने उनका फूल बरसाकर शानदार स्वागत किया. दुल्हन बनी एसडीओपी आकांक्षा ने लिए पूरा पुलिस परिवार पलकें बिछाए खड़ा था. थाना प्रभारी आकांक्षा के आने के पहले उसके रास्ते में फूल बिछा रहे थे.

जैसे ही आकांक्षा अपने दूल्हे के साथ मंडला के रपटा घाट पहुंची डोल और आतिशबाजी के साथ उनका स्वागत किया गया. पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत और उनकी पत्नी ने दूल्हा-दुल्हन की आरती उतारी. उसके बाद उन्हें नर्मदा पूजन के लिए नर्मदा तट पर ले जाया गया. वहां पंडित जी ने मंत्रोच्चारण और पूरे रीति-रिवाज के साथ पूजन कराया गया. इसके बाद बालाघाट जोन के आईजी संजय कुमार ने भी नव दंपत्ति का स्वागत किया.

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फोटो- सैयद जावेद अली

इसलिए आकांक्षा बन गई सबकी खास
दरअसल एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी की सर्विस की शुरुआत मंडला से ही हुई. मंडला जिले के नैनपुर पुलिस सब डिवीज़न में उन्होंने एक साल तक अपना प्रोवेशन टाइम बिताया और इत्तफाक से उनको पोस्टिंग भी नैनपुर में ही मिल गई. बतौर एसडीओपी वो तीन साल तक नैनपुर में रहीं. जनवरी माह में ही उनका तबादला होशंगाबाद के सिवनी मालवा में हो गया कल 22 फरवरी 2023  को उनकी शादी कान्हा टाइगर रिज़र्व के कृष्णा जंगल रिसोर्ट में हरीश त्रिपाठी के साथ संपन्न हुई. शादी के बाद जब आकांक्षा अपने पति हरीश के साथ गुजरी तो मंडला पुलिस ने उन्हें अपने परिवार की बेटी बताते हुए यह यादगार विदाई देकर उन्हें भावुक कर दिया.

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इस प्यार से भावुक हुई आकांक्षा
आकांक्षा चतुर्वेदी, तत्कालीन एसडीओपी, नैनपुर – कह रही है कि यह वाकई मुझे महसूस करा रहा है कि मैंने मंडला में पुलिस विभाग के लिए जो ड्यूटी की है, विभाग ने मुझे पुलिस परिवार की बेटी के रूप में ही देखा है. आज मेरे आईजी साहब हैं. एसपी साहब हैं. एसपी मैडम हैं. मंडला पुलिस का पूरा परिवार है. मैं आप सब की बहुत आभारी हूं. आपने मुझे वाकई यह एहसास दिलाया कि मंडला ही मेरा वास्तविक मायका है. आईजी सर, एसपी साहब – एसपी मैडम को, मंडला पुलिस के समस्त स्टाफ को और मंडला – नैनपुर की पूरी जनता को मेरी तरफ से बहुत-बहुत धन्यवाद, आपका आभार, इस भावपूर्ण विदाई के लिए.

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पुलिस अधीक्षक मंडला यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि आकांक्षा चतुर्वेदी जो हमारे जिले में एसडीओपी नैनपुर के रूप में रही. वह जिले की प्रोविजनल भी रही और यहां पर एसडीओपी भी रही हैं. उनके विभाग पुलिस विभाग का जो कार्यकाल है ज्यादातर उनका कार्यकाल नैनपुर में ही बीता है इसलिए पुलिस परिवार की तरफ से आज हमने उनको विदा किया है.

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