Morena news: मुरैना जिले के टैंटरा थाना इलाके में स्थित राइडी राधेन गांव के चंबल घाट से गुजर रहे तकरीबन एक दर्जन श्रद्धालु चंबल नदी में डूब गए. बताया जा रहा है कि तकरीबन 17 श्रद्धालु शिवपुरी जिले के चिलावद गांव से राजस्थान के कैला देवी मंदिर पर दर्शन करने के लिए जा रहे थे. जिस जगह से यह लोग पैदल नदी पार कर रहे थे, उस जगह चंबल नदी में पानी कम बताया गया था, लेकिन अचानक गहराई का अनुमान नहीं होने की वजह से इनमें से तकरीबन 17 श्रद्धालु पानी में डूब गए. अब तक मिली जानकारी के अनुसार 2 श्रद्धालुओं के शव को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाल लिया गया है.
जानकारी के अनुसार मुरैना के बथाना क्षेत्र के चंबल नदी स्थित बरोठा घाट पर करोली के कैला मंदिर जाने वाले 17 यात्रियों के डूबने का मामला सामने आया है जिसमें से 8 यात्रियों की डूबकर मौत होने की जानकारी सामने आ रही है. हालांकि मृतक संख्या को लेकर अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. एसडीएम मेघा तिवारी ने बताया कि ये सभी लोग चंबल नदी को पैदल पार कर रहे थे. इसी दौरान नदी में डूब गए है. सूचना मिलने पर टैंटरा, सबलगढ़ पुलिस गोताखोरों व एसडीआरएफ टीम के साथ मौके पर पहुंच कर यात्रियों की तलाश कर रही है. 2 श्रद्धालुओं के शव निकाले जा चुके हैं और अन्य शवों की तलाश जारी है.
डूबने वाले लोग शिवपुरी जिले के कोलारस के निवासी बताए जा रहे है. पुलिस प्रशासन की तरफ से अभी डूबने वालों की संख्या और शव मिलने के बारे में कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है. प्रशासनिक अमला घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है.
यात्रियों की तलाश में जुटी टीमें
मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के चिलाचौंद क्षेत्र से श्रद्धालुओं का एक जत्था कैला देवी के दर्शन के रवाना हुआ था. इसमें 17 पैदल यात्री शामिल थे. इस बीच, मंडरायल के रोधई घाट क्षेत्र में चंबल नदी में शनिवार को यह हादसा हो गया. पदयात्री गहरे पानी में फंस गए. जत्थे में से 9 लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं. लेकिन बाकी को लेकर जानकारी नहीं है. अब तक सिर्फ दो शव चंबल से निकाले गए हैं. शेष लापता हैं. मौके पर पुलिस, गोताखोरों व एसडीआरएफ टीम के साथ पहुंच कर यात्रियों की तलाश कर रही है.
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