MP POLITICAL NEWS: भोपाल में सीएम हाउस में बीते शनिवार को बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक साढ़े 3 घंटे तक चली, जिसमें सत्ता और संगठन के दिग्गज एकजुट हुए. बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अब भाजपा विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों के उन छोटे कार्यकर्ताओं और नेताओं को बीजेपी में लाने की कोशिश करेगी, जिनका अपने बूथ पर अच्छी पकड़ है. बीजेपी हमेंशा से ही बूथ लेवल को मजबूत करने पर काम करती रही है. बीजेपी ने मध्यप्रदेश में ऐसी 103 विधानसभा सीटें चिन्हित की हैं, जिन पर बीजेपी या तो आंशिक रूप से कमजोर है या फिर कभी न कभी उन सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसी सीटों पर काम करने वाले कांग्रेसी और अन्य विरोधी दल के छोटे नेताओं को बीजेपी में मिलाने का निर्णय लिया गया है.
बैठक में तय हुआ है कि भाजपा की छवि दूसरे दलों के बड़े नेताओं की पैराशूट लैंडिंग कराने की बनती जा रही है, जिसे अब बदलने की जरूरत है. भाजपा ने तय किया है कि अब बहुत जरूरी होगा तो ही विरोधी दल के किसी बड़े नेता को भाजपा में लाएंगे. बीजेपी अब पूरी तरह से बूथ लेवल पर काम करने वाले विरोधी दल के मजबूत छोटे नेताओं को भाजपा में साथ लाने की कोशिश करेगी.
बैठक में तय हुआ है कि सभी मंत्री अपने-अपने प्रभार के जिलों में अधिक समय बिताएंगे. अपने कार्यकर्ताओं के साथ दो से तीन बार भोजन करेंगे. क्षेत्र के दौरे करेंगे. बीजेपी संगठन के प्रमुख नेताओं ने सभी मंत्रियों को संकेत दे दिए हैं कि यदि सत्ता रहेगी तो ही वे मंत्री रहेंगे. यदि उनका अपना प्रदर्शन, कार्य व्यवहार और लोकल रिपोर्ट सही नहीं आएगी तो फिर जो भी कार्रवाई होगी, उसके वे स्वयं जिम्मेदार होंगे. कोर कमेटी की बैठक में भाजपा में 200 सीटों को पाने का लक्ष्य भी रखा गया है. बैठक में अगले महीने कैबिनेट विस्तार करने को लेकर भी चर्चा हुई है. हालांकि इस बारे में बीजेपी के नेताओं ने फिलहाल चुप्पी साथ रखी है.
ग्वालियर-चंबल पर विशेष नजर
कोर कमेटी की बैठक में तय हुआ कि ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर बीजेपी पूरी ताकत झोकेगी. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान इन सीटों पर ही हुआ था. सिंधिया गुट के बीजेपी में आ जाने के बाद हुए उपचुनावों में जीत भी बीजेपी को यहीं से नसीब हुई थी. यानी बीजेपी के लिए हर हाल में ग्वालियर-चंबल संभाग को सुरक्षित करना होगा, वरना सत्ता हाथ से फिसल सकती है. यह जानते हुए बीजेपी संगठन के बड़े नेताओं ने फैसला किया है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ये सभी एक साथ सघन दौरे करेंगे और जनता के बीच संदेश देने की कोशिश करेंगे कि बीजेपी में कोई अलग-अलग गुट नहीं है और सभी भाजपा के झंडे के नीचे एक साथ हैं. पूरी रिपोर्ट के लिए वीडियो भी देखें.