MP Election: बैतूल में फंस गए कर्नाटक के 1400 जवान! वापस जाने के लिए क्यों लगा रहे गुहार
मध्य प्रदेश चुनावों के लिए कर्नाटक से 1400 जवानों को लाया गया था, जो बुरी तरह से फंस गए हैं. कर्नाटक से आए जवानों ने कई तरह के आरोप लगाए हैं.

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में बीते दिनों हुए विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) को सुचारू रूप से करवाने के लिए राज्य में दूसरे से प्रदेशों से भी पुलिस बल बुलवाया गया था. इसी के अंतर्गत बैतूल में भी कर्नाटक से 1400 जवानों को लाया गया था. लेकिन अब ये जवान बुरी तरह से फंस गए हैं. कर्नाटक से आए जवानों ने कई तरह के आरोप लगाए हैं और वे वापस जाने के लिए गुहार लगा रहे हैं.
बैतूल में कानून व्यवस्था को चुनाव के दौरान ठीक रखने के लिए कर्नाटक से पुलिस जवानों को 15 नवंबर को हुबली से स्पेशल ट्रेन के जरिए लाया गया था. गौरतलब है कि इन जवानों को चुनाव के अगले दिन यानी 18 नवंबर को हुबली वापस भेजना था, लेकिन तीन दिन बीतने के बावजूद इन जवानों की वापसी नही हो सकी है. ये जवान रोज उन्हें वापस ले जाने के लिए आने वाली ट्रेन का इंतेजार करते हैं, लेकिन उनकी यह प्रतीक्षा खत्म नहीं हो पा रही है.
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भोजन और भाषा की परेशानी
इन दक्षिण भारतीय जवानों को यहां भाषाई समस्या आ रही है, और भोजन के संबंध में भी उन्हें कुछ समस्याएं हैं. वे उत्तर भारतीयों की तरह रोटी नहीं खाते हैं और उन्हें भोजन में चावल की अधिक आवश्यकता होती है. उनका मेन्यू भी यहां सूट नहीं हो रहा है, हालांकि स्थानीय पुलिस उनके लिए बेहतर इंतजाम करने की कोशिश कर रही है.
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इन जगहों से बुलाए थे जवान
कर्नाटक पुलिस विभाग ने एमपी पुलिस की मांग पर उत्तरकर्णाटक के कारवार, बेलगाम, बीजापुर, बालकोट, गडग, हवेरी, धारवाड़ जिलों से होम गार्ड जवानों का बल 1400 जवानों के साथ भेजा. इन जवानों को सभी जिलों से हुबली में एकत्रित कर, उन्हें ट्रेन के माध्यम से यहां पहुंचाया गया है, जहां उनकी वापसी भी ट्रेन के जरिए होगी.
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भोजन से हुए बीमार, डॉक्टर भी नहीं
बैतूल पुलिस ने इन जवानों को बैतूल शहर के विभिन्न हॉस्टल और धर्मशालाओं में आवास प्रदान किया है. जहां ये जवान पिछले तीन दिनों से काम के बिना बिता रहे हैं. कुछ में बीमारी हो रही है, जबकि कुछ को आबो हवा शूट नहीं हो रही है, वे अपने घर पहुंचने की जल्दी में हैं. लेकिन ट्रेन के संबंध में कुछ समस्याएं हैं, जिसके कारण यह संभव नहीं हो रहा है. कुछ जवानों ने बताया कि यहां के बोरिंग के पानी से सर्दी हो गई है और कुछ लोग खाने की वजह से बीमार हैं, और उनका आरोप है कि उनके लिए डॉक्टर की व्यवस्था नहीं की गई है.
सैलरी नहीं मिलने के आरोप
जवानों ने बताया कि उन्हें 20 नवम्बर के बाद का भुगतान भी नहीं मिला है, और इसके कारण उनके परिवारों में भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. किसी की नानी गंभीर रूप से बीमार है, तो किसी का बच्चा भी बीमार है. इसलिए वे जल्दी से जल्दी लौटना चाहते हैं. बताया जा रहा है कि इन जवानों को आज गुरुवार को रेलवे स्टेशन भेज दिया गया है जहां से ट्रेन से वापस कर्नाटक भेजा जाएगा.
इसलिए हो रही समस्या
बैतूल की एडिशनल एसपी कमला जोशी ने इन जवानों के प्रति संवेदनशीलता व्यक्त की. उन्होंने बताया कि जवानों की फूड हैबिट्स के लिए भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। बीमार जवानों के लिए जिला अस्पताल में एक विशेष वार्ड की व्यवस्था की गई है, लेकिन उनकी ट्रेन का रूट तय नहीं हो पा रहा है, इसलिए पीएचक्यू और आईआरसीटीसी के स्तर पर इस पर चर्चा हो रही है. संभावना है कि यह विशेष ट्रेन एक या दो दिनों में पहुंचेगी.
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