MP Election 2023: सागर (Sagar) जिले के रहली विधानसभा (Rahli Vidhansabha) में मतदान के बाद गढ़ाकोटा में दो पक्षों में बवाल होने के बाद से सियासत गरमाई हुई है. इस मामले में प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाई से संतुष्ट नहीं होने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) भी गढ़ाकोटा पहुंचे. इस मामले में 70 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें 5 लोग नामजद हैं और उन्हें हिरासत में लिया गया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) के इलाके से इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं कि लोगों को परेशान किया जा रहा है.
सुनियोजित तरीके से कराया हमला?
दिग्विजय सिंह का कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम सुनियोजित तरीके से कराया गया है. जिन लोगों ने यह क्राइम किया है, उनका फरियादी से कोई लेना देना नहीं है. गाड़ियां तोड़ दी, दुकान में घुसकर मारपीट की, और जो चार लोग पकड़े गए वह इसमें शामिल भी नहीं थे, ऐसी जानकारी मिली है. पूरे केस को रफा-दफा करने का प्लान था, लेकिन कांग्रेस पार्टी दृढ़ता से इसका मुकाबला करती आई है और करेगी. झूठी FIR हो रही जिला बदर की कार्यवाही हो रही.
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निर्वाचन आयोग से की मामले की शिकायत
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे राजनगर हो, चाहे रहली हो, पहले ही निर्वाचन आयोग को शिकायत की थी, लेकिन कार्यवाई नहीं होने की वजह से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. बता दें कि दिग्विजय सिंह रविवार रात करीब 10:00 बजे गढ़ाकोटा पहुंचे थे. पहले वह घटनास्थल पर गए और वहां पर कांग्रेस नेताओं से इस पूरे मामले की जानकारी ली. वहीं इसके बाद दोपहर में सोमवार को गढ़ाकोटा थाने पहुंचे थे और करीब 3 घंटे थाने में बैठे रहे.
गोपाल भार्गव ने कसा तंज
दिग्विजय सिंह के गढ़ाकोटा आने से पहले भाजपा प्रत्याशी गोपाल भार्गव ने तंज कसते हुए कहा था कि अभी 3 तारीख तक कोई काम नहीं है, इसलिए कहीं पलंग पर तो कहीं खटिया पर सोएंगे. अगर 5 साल तक जनता के बीच कम करो तो वोट मिलता है, नौटंकी करने की जरूरत नहीं पड़ती है.
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इतने लोगों पर FIR दर्ज
इस मामले में एडिशनल एसपी लोकेश सिन्हा का कहना है कि राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और उनके साथ में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता आए थे. उन्होंने 18 और 19 तारीख को जो घटना हुई है, उसके संबंध में ज्ञापन दिया है. उस ज्ञापन में थाना स्तर पर जो कार्रवाई की गई थी, उसको आधार बनाकर उसमें जो भी नए साक्ष्य और तथ्य आ रहे हैं, उसके हिसाब से आगामी कार्रवाई की जाएगी. वहीं जो वहां से हथियार बरामद हुए थे, उसमें पृथक से मामला दर्ज किया गया है. वहीं वीडियो में अनियंत्रित भीड़ दिख रही है, जिसमें 70-80 लोगों को मेंशन किया गया है, जिसमें कुछ नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है, बाकी के 70-80 अज्ञात हैं.
ऐसे हुआ था विवाद
गौरतलब है कि गढ़ाकोटा (Gadhakota) में मतदान के 1 दिन बाद कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल और उनके समर्थक पहुंचे थे, जहां उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और तो लोगों को मारपीट हुई इसके बाद से ही इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है. हमले के दौरान ज्योति पटेल फेसबुक पर लाइव आईं और भाजपा प्रत्याशी गोपाल भार्गव के समर्थकों पर हमले के आरोप लगाए थे. जिसके बाद कमलनाथ ने ज्योति पटेल के लिए सुरक्षा की मांग की थी.
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