चंबल की इस सीट पर चुनाव शुरू होने से पहले बड़ा हंगामा, कांग्रेस प्रत्याशी के चचेरे भाई व समर्थकों पर चली गोलियां
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Morena News: चंबल की मुरैना लोकसभा सीट हमेंशा की तरह इस बार भी हिंसा की खबरों के लिए चर्चा में है. यहां भले ही मतदान 7 मई को होना है लेकिन अभी से यहां से गोलीबारी की खबरें सामने आने लगी है. शनिवार को मुरैना में कांग्रेस प्रत्याशी नीटू सिकरवार के चचेरे भाई व अन्य कांग्रेस समर्थकों पर गोली चलने का मामला सामने आया है. पुलिस इस घटना की जांच कर रही है और पता लगा रही है कि इस घटना का आगामी चुनाव से क्या कोई लेना-देना है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दो समूहों के बीच गोलीबारी हुई है. इनमें एक हैं गुड्डू तोमर और दूसरे हैं सोनू तोमर. आरोप है कि सोनू तोमर द्वारा गुड्डू तोमर व नरेंद्र सिंह उर्फ टिंकू पर गोलीबारी की गई है. पुलिस के अनुसार सभी फायर हवाई थे और चार से पांच फायर हुए हैं. लेकिन पुलिस का मानना है कि इस घटना में शामिल सोनू तोमर का गुड्डू तोमर के साथ पुराना विवाद है. इससे पूर्व भी दोनों पक्षों के बीच 2015 और 2021 के दौरान भी गोलीबारी हो चुकी है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उनको लग रहा है कि ये पुरानी रंजिश का मामला है लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी के भाई के इसमें शामिल होने के बाद ये पता लगाया जा रहा है कि क्या इस घटनाक्रम का चुनाव प्रचार से भी कोई लेना-देना है. क्या आगामी चुनाव को प्रभावित करने के मकसद से ये गोलीबारी हुई है या नहीं, इसकी अभी जांच की जा रही है.
मुरैना सीट पर होगी वर्चस्व की लड़ाई
मुरैना सीट पर इस बार बीजेपी ने शिवमंगल सिंह तोमर को खड़ा किया है जो विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के खासम खास बताए जाते हैं. सूत्रों के अनुसार शिवमंगल को टिकट दिलाने में भी नरेंद्र सिंह तोमर का समर्थन बताया गया है. वहीं कांग्रेस ने मुरैना सीट पर नीटू सिकरवार को चुनाव में खड़ा किया है जो ग्वालियर पूर्व से विधायक सतीश सिकरवार के भाई हैं. सतीश सिकरवार और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच तब से अदावत है, जब दोनों बीजेपी में थे.
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सतीश सिकरवार के पिता गजराज सिंह सिकरवार सुमावली से चुनाव लड़ते रहे हैं. सिकरवार और तोमर परिवार के बीच पुरानी राजनीतिक अदावत है और इस बार दोनों ने अपने-अपने लोगों को चुनावी मैदान में खड़ा किया है. ऐसे में यहां वर्चस्व की लड़ाई होना तय है, जिसके चलते हिंसा की घटनाओं के होने का भी अनुमान पुलिस ने पहले से लगाया हुआ है. विधानसभा चुनाव के दौरान भी दिमनी सीट पर काफी विवाद और हंगामा व हिंसा की घटनाएं हुई थी. दिमनी सीट से ही नरेंद्र सिंह तोमर इस बार विधायक चुनकर विधानसभा अध्यक्ष बने हैं.
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