mptak
Search Icon

कांग्रेस प्रत्याशी को सता रहा ED का डर, बीजेपी के विरोध में कफन बांधकर उतरे मैदान में

विजय कुमार

ADVERTISEMENT

MP Election 2023, MP News, Madhya Pradesh Assembly Election 2023, MP Politics, Rewa, Abhay Mishra
MP Election 2023, MP News, Madhya Pradesh Assembly Election 2023, MP Politics, Rewa, Abhay Mishra
social share
google news

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav 20223) का मुकाबला काफी दिलचस्प है. चुनावों के बीच अजीबो गरीब मामले सामने आ रहे हैं. अब रीवा (Rewa) में कांग्रेस प्रत्याशी (Congress Candidate) को ED का डर सताने लगा है. सेमरिया विधानसभा के प्रत्याशी अभय मिश्रा (Abhay Mishra) ने आशंका ज़ाहिर की है कि 48 घंटे के अंदर ED आ सकती है और उन्हें जेल में डाल कर दिया जाएगा. इसके विरोध में अभय मिश्रा सर पर कफ़न बांध कर क्षेत्र में उतर पड़े हैं.

कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें करीबी सूत्रों से जानकारी मिली है कि उनपर दवाब बनाने के किए भाजपा बड़ी योजना तैयार कर रही है. पूर्व विधायक अभय मिश्रा का आरोप है कि भाजपा के बड़े नेता के इशारे पर उनके परिवार को प्रताड़ित करने की योजना है, ताकि विधानसभा चुनाव जीता जा सके.

दिग्विजय सिंह ने भी जताई थी आशंका

दो दिन पहले पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दतिया में बीजेपी पर ऐसे ही आरोप लगाए थे. दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि अब कांग्रेस नेताओं पर ईडी के छापे डलना शुरू हो जाएंगे. दरअसल राजस्थान में पिछले दिनों ईडी और इनकम टैक्स की कई जगह हुई छापेमारी के बाद दिग्विजय सिंह ने ये बयान दिया था. इसके बाद अभय मिश्रा ने भी ईडी के छापेमारी की आशंका जाहिर की है.

ये भी पढ़ें:  BJP प्रत्याशी का कमलनाथ-नकुलनाथ को खुला चैलेंज! कहा- मैं उनकी बैंड बजा दूंगा

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

भाजपा छोड़ हुए थे कांग्रेस में शामिल

गौरतलब है कि अभय मिश्रा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे. वे भाजपा से विधायक भी रहे. अभय मिश्रा को राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है. 2 महीने पहले भाजपा में शामिल हुए और टिकट नही मिलने से नाराज होकर कांग्रेस में आए और टिकट मिल गया. कांग्रेस ने रीवा की सेमरिया विधानसभा से उन्हें प्रत्याशी बनाया है.

हार के वाबजूद कांग्रेस ने दिया टिकट

अभय मिश्रा 2008 में भाजपा की टिकट पर जीते थे. 2013 में पार्टी ने इनकी टिकट काट दी और पत्नी नीलम मिश्रा को प्रत्याशी बनाया था. नीलम भी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थीं, लेकिन 2018 में दोनों की टिकट काट कर केपी त्रिपाठी को टिकट दे दी गई. अभय भाजपा से बगावत कर कांग्रेस में आए और रीवा विधानसभा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार नसीब हुई. फिर भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन इस बार वे फिर से कांग्रेस प्रत्याशी हैं.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: बगावत का झंडा उठाकर कांग्रेस की नाक में दम करने वाले बंटी बन्ना को क्या मिलेगा बड़ा तोहफा!

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT