अक्षय कांति बम को बीजेपी में लाना कहीं बैक फायर ना हो जाए, वरिष्ठ पत्रकारों से जानें बीजेपी के अंदर की उठापटक
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अक्षय कांति बम को जिस तरह से बीजेपी लेकर आई है, उसके बाद से बीजेपी के अंदर भी कई तरह की हलचल शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव और एमपी तक के अमित तिवारी की इस चर्चा से जानें, किस ओर जा रही है अब मध्यप्रदेश की मौजूदा राजनीति.
Lok Sabha Elections 2024: आखिर वोटिंग प्रतिशत कम क्यों हो रहा है. इंदौर में बीजेपी को ऐसी क्या जरूरत महसूस हुई, जिसकी वजह से उनको कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम का नामांकन वापस कराकर बीजेपी में लाना पड़ा. ऐसे तमाम राजनीतिक सवालों के जवाब दिए मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव ने. रंजन श्रीवास्तव गुना में थे. उन्होंने एमपी तक को बताया कि अक्षय कांति बम को जिस तरह से बीजेपी लेकर आई, उसमें वह कांग्रेस को संदेश देना चाहती थी कि कांग्रेस चुनाव में कहीं भी नहीं है लेकिन बीजेपी के अंदर भी इसे लेकर हलचल है, क्योंकि जिस तरह से कांग्रेसियों को बीजेपी में भरा जा रहा है, इसके कारण बीजेपी के मूल कैडर के लोग उतना खुलकर ग्राउंड में नहीं जा रहे हैं, जितना वे किया करते थे.
कहीं न कही वोटिंग प्रतिशत कम होने की एक वजह ये भी है. बीजेपी के अंदरुनी राजनीति में काफी हलचल है लेकिन चुनाव के बाद उसके सही परिणाम सामने आएंगे. रंजन श्रीवास्तव बताते हैं कि ग्वालियर और मुरैना की सीट पर बीजेपी को कांटे का मुकाबला फेस करना होगा. बीजेपी में बड़ी संख्या में आए कांग्रेसियों की वजह से बीजेपी को कई तरह के समझौते भी अब करने पड़ेंगे.
गुना में सिंधिया को लेकर वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव बताते हैं कि पिछली बार गुना की जनता ने पुलवामा और बालाकोट की वजह से मोदी को वोट दिए थे, इसलिए सिंधिया हारे थे लेकिन इस बार सिंधिया खुद ही बीजेपी में हैं तो इस बार उनको कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए. सिंधिया ने भी पिछली हार से काफी सबक लिए हैं और अब वे पहले से अधिक आसान तरीके से लोगों के बीच जाकर घुल-मिल रहे हैं. पूरी बातचीत को सुनने के लिए ये वीडियो भी देखें.
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