MP Tak Website Launching: MP TAK की वेबसाइट लांचिंग के अवसर पर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक के बीच ‘किसान किसके साथ’ मुद्दे पर जमकर डिबेट हुई. दोनों ने एक दूसरे पर किसानों के साथ ‘छल’ करने के आरोप लगाए. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा कि ‘बीजेपी सरकार में किसान जब मंडियों में तुलाई के लिए पहुंचता है तो 50 क्विंवटल अनाज की तुलाई पर उसे एक बोरी अनाज रिश्वत के तौर पर देना पड़ता है. 7 दिन तक मंडियों में किसान अपना अनाज लेकर खड़ा रहता है. उसकी तुलाई नहीं की जाती. अमानवीय व्यवहार किया जाता है. पेयजल तक नसीब नहीं होता है’.
मुकेश नायक के इन आरोपों पर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि ‘कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि सभी किसानों का कर्ज माफ कर देंगे. 42 लाख किसानों पर 52 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था. आप बताएं, कितने किसानों का कर्जा माफ किया? आपकी सरकार में किसानों को 18 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन मिलता था. लोन नहीं चुकाने पर आपकी सरकार किसानों की जमीन की नीलामी करा देते थे’.
मेरे सामने ऐसे किसान रोते हुए आए हैं. फिर हमने सीएम शिवराज सिंह चौहान से निवेदन किया कि किसानों की बर्बादी का यह सिस्टम बदलना होगा और उसके बाद से ही कानून बनाकर किसानों की जमीन की नीलामी बंद कराई. उनको जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर लोन दिलाना शुरू किया.
27 लाख किसानों का कर्जा ही माफ कर पाए, उसके बाद सरकार हाईजैक हो गई- मुकेश नायक
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश नायक ने कृषि मंत्री कमल पटेल के आरोपों के जवाब में कहा कि ‘हम लोगों ने किसानों के कर्ज माफी के लिए 3 चरण बनाए थे. पहले चरण में हमने 27 लाख किसानों के कर्ज माफ किए थे. उसके बाद बजट सत्र में हम इन किसानों को बैंकों से नोड्यूज दिलवाने वाले थे और कर्ज माफी का दूसरा चरण शुरू करने वाले थे कि तभी हमारी कांग्रेस सरकार को बीजेपी ने षडयंत्र करके हाईजैक कर लिया और हमारी सरकार गिर गई. इसलिए शेष किसानों की कर्ज माफी नहीं हो सकी’. कृषि मंत्री कमल पटेल ने इन आरोपों को नकारा और कांग्रेस पर किसानों से वादा खिलाफी करने के आरोप लगाए. इस जोरदार डिबेट प्रोग्राम को विस्तार से देखें वीडियो में.