MP POLITICAL NEWS: मुंबई से लेकर दिल्ली तक मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में पैदा होने वाले शरबती गेहूं की डिमांड सबसे अधिक रहती है. यहां का शरबती गेहूं क्वालिटी के हिसाब से देश में सबसे अच्छे शरबती में से एक माना जाता है. संयोग से सीहोर सीएम शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला भी है और यहां की बुधनी विधानसभा सीट से ही वे लगातार विधायक भी चुने जाते रहे हैं. लेकिन मध्यप्रदेश में मौसम की सबसे बुरी मार सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के किसानों पर ही पड़ी है. पहले फरवरी में अत्यधिक तेज गर्मी के कारण गेहूं के दाने को नुकसान हुआ और मार्च में बेमौसम बारिश ने पकी खड़ी और कटी हुई फसलों को आड़ा जमीन से चिपका दिया. अब तक 25 से 30 प्रतिशत फसलों को नुकसान बताया जा रहा है. जिला प्रशासन लगातार नुकसान का सर्वे कर रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार सीहोर में गेंहू की फसल पर आसमानी आफत का कहर लगातार जारी है. फरवरी महीने में अप्रैल- मई जैसी गर्मी पड़ी. जिससे गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचा. अब विगत दिनों में तीन बार तेज हवा आंधी और बारिश से फसलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा. नुकसान को देख सीहोर का किसान जार-जार रोने को मजबूर हो गया है. सीहोर में इस बार बंपर पैदावार हुई थी लेकिन मौसम की मार ने किसानों के सारे सपने तोड़ दिए.
गेहूं की फसल खेतों में पूरी तरह से बिछ गई हैं. फसलें पूरी तरह से आड़ी हो गई हैं. आरंभिक जानकारी में 25 से 30% के नुकसान की आशंका है. वहीं नुकसान का आंकड़ा आगे और बढ़ने की संभावना भी है. बेमौसम बारिश से जो फसल खेत में खड़ी थी वह पूरी तरह से बिछकर आड़ी हो गई. साथ ही जो फसल पककर तैयार हो चुकी थी, उनका दाना गिर गया है और जो गेहूं कट कर खेतों में पढ़ा था वह भी बारिश में खराब हो गया है.
3 लाख 42 हजार हेक्टेयर में हुई गेहूं की बोवनी
कृषि विभाग से मिले आंकड़ो के मुताबिक सीहोर जिले में इस बार 3 लाख 42 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी की गई है. जिसमें बंपर पैदावार हुई थी. इस बार अनुमान है कि 48 से लेकर 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार हुई है और पिछले वर्ष 3 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की बोवनी की गई थी. जिसमें 47 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन हुआ था. यानी 15 लाख 51 हजार मीट्रिक टन गेहूं की पेदावर हुई थी. इस बार पैदावार पिछले वर्ष से भी अधिक हुई थी.
क्या बोले कृषि एवं मौसम अधिकारी?
कृषि एवं मौसम विस्तार अधिकारी डॉ एसएस तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी दिनों में फिर से बारिश होगी. अगले 72 घंटे के बाद मौसम फिर से ही इसी तरह होने वाला है. तेज हवाश, आंधी-बारिश होगी. पिछले 20 से 25 दिनों में अत्यधिक गर्मी पड़ी. तापमान में बढ़ोतरी हुई. जिससे चक्रवाती तूफान जैसी स्थिति बनी और बारिश हुई. जिससे दो तरह का नुकसान फसल को हुआ. फसलें आड़ी हो गई, जिससे क्वालिटी गिरेगी और जो पक गई उसकी चमक गिरेगी और वजन भी कम होगा. किसान को बाजार में अपनी फसल के भाव भी कम मिलेंगे.
सीहोर के शरबती गेहूं के देशभर में हैं दीवाने
सीहोर का शरबती गेहूं मुंबई, तमिलनाडु, गुजरात,चेन्नई, दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों में भेजा जाता है. यहां के शरबती गेहूं के देशभर में दीवाने हैं. शरबती गेहूं के आटे की रोटियां एकदम सफेद और नरम रहती हैं. हर छोटी बड़ी दुकानों-होटलों और घरों में शरबती गेहूं का ही अधिकतर लोग उपयोग करते हैं. जिसके चलते शरबती गेहूं की डिमांड पूरे देश में बड़े पैमाने पर रहती है.