Panna news: मध्य प्रदेश में लगातार एक हफ़्ते बेमौसम बारिश और ओलों से किसान परेशान हैं. खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है .राज्य के 15 से ज्यादा जिलों में इस बेमौसम बारिश से गेहूं-चने की फसल को नुकसान पहुंचा है. सरकार ने सर्वे कराने के निर्देश दे दिए हैं. इस बीच मौसम विभाग का अनुमान किसानों की चिंता को बढ़ाने वाला है. मौसम विभाग को कहना है कि अगले हफ्ते भी ये चक्र चल सकता है.
जानकारी के अनुसार पन्ना जिले में मौसम की मार से किसान परेशान है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से सैकड़ो किसानों की चना मसूर व सरसों की फसल चौपट हो गयी है. जिले में अचानक मौसम के करवट बदलने से किसान चिंतित हैं क्योंकि वर्तमान में किसानों के खेतों में फसल पककर तैयार है. जिसकी कटाई भी शुरू हो चुकी है.
मौसम की मार के आगे किसान बेबस
बेमौसम बरसात के कारण पन्ना के रहने वाले किसान राजू यादव की बेमौसम बरसात से फसल खराब हुई. बारिश के कारण तबाह फसल को देखकर उनके आंसू नहीं थम रहे. उनका कहना है कि पिछले कई सालों से फसलें पूरी तरह नहीं मिल पा रही है. इस कुछ थोड़ी बहुत उम्मीद थी लेकिन मौसम की मार से वो भी खत्म हो गई है. दूसरे किसान रावेंद्र का कहना है कि ” लगातार हम किसानों के साथ ऐसा ही होता आ रहा है. फसलें चौपट हो चुकी है. सरकार कितनी मदद करेगी, और अगर करेगी भी तो उसके पहले पटवारी के हाथ जोड़ो, तहसीलदार से मिन्नते करो तब जाके हजार, दाे हजार रूपया मिल पाएगा. आप ही बताइए आज के समय में हजार रूपये में परिवार का भरण पेाषण हो पाएगा?”
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बेमौसम बारिश से फसलों पर पड़ेगा असर

आने वाले दिनों में मौसम अपनी मार से किसानों को बेजार कर सकता है. मध्यप्रदेश में आने वाले कुछ दिनों में हवा और बादलों की नजरें तिरछी रहेंगी. जानकार मानते हैं जहां गेहूं की फसल पक गई है, वहां बेमौसम बरसात और ओले से दाना सिकुड़ जाएगा, इसकी चमक कम होगी जिससे भाव 300 रु.प्रति क्विंटल तक गिर सकता है. चने को लगभग 40% नुकसान होगा. गेहूं,चना और मक्का में भी 10 से 40% तक का नुकसान हो सकता है.
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