कमलनाथ के खिलाफ मैदान में उतरे BJP प्रत्याशी की गांधीगिरी, तख्ती लेकर पूछ रहे सुलगते सवाल

MP Elections 2023: मध्यप्रदेश में चुनाव की तारीख नजदीक आते ही चुनावी घमासान तेज हो गया है और लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है. पार्टी उम्मीदवार अब जनता के बीच पहुंचकर अपनी उपलब्धियां और विपक्षी की खामियां गिनाने में जुटे हुए हैं. लेकिन छिंदवाडा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार विवेक बंटी साहू ने गांधीगिरी शुरू […]

BJP candidate Vivek Bunty Sahu contests against Kamal Nath with a placard in his hand, asking burning questions.
BJP candidate Vivek Bunty Sahu contests against Kamal Nath with a placard in his hand, asking burning questions.
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MP Elections 2023: मध्यप्रदेश में चुनाव की तारीख नजदीक आते ही चुनावी घमासान तेज हो गया है और लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है. पार्टी उम्मीदवार अब जनता के बीच पहुंचकर अपनी उपलब्धियां और विपक्षी की खामियां गिनाने में जुटे हुए हैं. लेकिन छिंदवाडा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार विवेक बंटी साहू ने गांधीगिरी शुरू की है. वह हाथों में सवालों की तख्ती लेकर गांधी जी के पास जाकर बैठ गए हैं. तख्ती में लिखा है- छिंदवाड़ा पूछता है सवाल, 43 वर्षो के 43 सवाल, कमलनाथ जी, मुख्यमंत्री, वाणिज्य एवं उधोग मंत्री रहते हुए छिंदवाड़ा में कोई उद्योग क्यों नहीं खोला, क्यों युवाओं को रोजगार से वंचित रखा? विवेक बंटी साहू हाथों में तख्ती लेकर शहर की सड़कों पर भी घूमे ओर लोगों के बीच पहुंचकर अपनी बात रख रहे हैं.

विवेक बंटी साहू ने बताया कि जनसम्पर्क के दौरान एक 80 साल के बुजुर्ग ने आकर कहा कि कमलनाथ जी के 43 वर्षो के शासन काल में उन्होंने छिंदवाड़ा को क्या दिया? छिंदवाड़ा के लोगो को छलने धोखा देने का काम किया. उन्होंने मुझे सुझाव दिया कि कमलनाथ जी 43 सालों के 34 सवाल करना चाहिए.

गांधी जी के सामने जाकर सवाल पूछा

मीडिया के माध्यम से बहुत बार प्रेस कांफ्रेंस की आंदोलन के माध्यम से भी सवाल किए लेकिन आज तक कमलनाथ जी ने जबाब नहीं दिया. उनके लोग घुमा फिराकर के हमारी मुद्दों की बात को घुमाते फिराते रहे. वहीं बुजुर्ग ने मुझे सुझाव दिया कि ये बोल नहीं रहे है लेकिन गांधी जी के नाम से वोट मांगते आये हैं. तुम तख्ती बनाकर गांधी जी के सामने रख कर आओ ओर वहां पर वो सवाल आप रखो. यह सवाल बंटी साहू का नहीं है ये सवाल पूरे जिले के मन के लोगों की पीड़ा है.

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43 साल में कमलनाथ कहां से कहां पहुंच गए?

क्योकि 43 सालों में कमलनाथ जी कहा से कहा पहुच गए और अपने आपको उद्दोगपति से हजार करोड़ की सम्पत्ति के मालिक बन गए छिंदवाड़ा का दुर्भाग्य है कमलनाथ जी की 22 – 22 बड़ी कंपनियां बन गई एक सिंगल कम्पनी छिंदवाड़ा में नही खोली. केंद्र में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रहे बड़े बड़े विभागों के मंत्री रहे. प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गये लेकिन छिंदवाड़ा में ऐसा कोई उद्योग धंधा स्थापित नही कर पाए, जहां 25-50 युवाओं को रोजगार मिलता. कल मैंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो से सुझाव मांगे थे. सबसे ज्यादा सुझाव यही आये सवाल करिए कि छिन्दवाड़ा में उद्योग धंधा क्यों नहीं खुल पाया आज हमने वो सवाल किया था?

बता दें कि विवेक बंटी साहू कमलनाथ के खिलाफ 2019 में भी चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे, इस बार विवेक ने पूरा जोर लगाया हुआ है.

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