बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिए गठबंधन के संकेत, 4 राज्यों के चुनाव के लिए तैयार की ये प्लानिंग
Madhya Pradesh Election 2023: बसपा सुप्रीमो मायावती ने संकेत दिए हैं कि वे आगामी चार राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सरकार में शामिल होने का निर्णय ले सकती हैं. मायावती के कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि मायावती ने 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर […]

Madhya Pradesh Election 2023: बसपा सुप्रीमो मायावती ने संकेत दिए हैं कि वे आगामी चार राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सरकार में शामिल होने का निर्णय ले सकती हैं. मायावती के कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि मायावती ने 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर समीक्षा की है. जिसके बाद यह तय किया गया है कि इन चारों राज्यों में यदि बसपा इतनी सीटें ले आती हैं कि पावर ऑफ बैलेंस बसपा के इर्द-गिर्द ही घूमेगा तो बसपा सरकार में शामिल हो सकती है.
मायावती ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में बताया है कि तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. उसके लिए पार्टी सीट के हिसाब से ईमानदार और कर्मठ उम्मीदवार फाइनल कर रही है. मायावती ने बताया है कि बसपा कई बार उत्तर प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में भी पावर बैलेंस बनती नजर आई है. लेकिन देखने में आया है कि दूसरी पार्टियां गंदी राजनीति के चलते बसपा उम्मीदवारों को तोड़ लेते थे. इससे बसपा के आंदोलन को चोट पहुंचती थी.
मायावती के दिल्ली कार्यालय से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि बसपा यदि इस बार इन राज्यों में इतनी सीट जीतने में सफल होती है कि बसपा की वजह से ही सत्ता की नियति तय होगी तो बसपा बाहर न रहते हुए इस बार सरकार का हिस्सा बनेगी. जिससे वंचित और शोषित वर्ग की लड़ाई बसपा अधिकारों के साथ लड़ सके.
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25-07-2023-BSP PRESS NOTE-MP-RAJASTHAN POLL PREPARATION MEETING pic.twitter.com/qsiI1m2oJi
— Mayawati (@Mayawati) July 25, 2023
कांग्रेस या बीजेपी किसका देगी साथ, रखा है सस्पेंस
मायावती की पार्टी बसपा इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी या अन्य किसी दल का साथ देगी या नहीं, इसे लेकर प्रेस ब्रीफिंग में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है. बसपा ने संकेत दिए हैं कि वे चारों राज्यों में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी और पावर ऑफ बैलेंस बनने पर यानी इतनी सीटें जीतने में सफल होती है कि उसकी वजह से ही सरकार बने तो वह भी सरकार का हिस्सा बनेगी. कांग्रेस और बीजेपी में से किसके साथ बसपा खड़ी होगी, इसे लेकर मायावती की पार्टी बसपा ने सस्पेंस बरकरार रखा है.
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