MP POLITICAL NEWS: सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीसीसी चीफ कमलनाथ एक बार फिर से आमने-सामने आए. एक दूसरे को कटघरे में खड़ा कर सवाल पूछे और एक दूसरे पर जनता को धोखा देने के आरोप लगाए. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘मैं लगातार कमलनाथ जी से सवाल कर रहा हूं लेकिन वे जवाब नहीं दे रहे हैं. मैं फिर पूछता हूं कि वर्ष 2017 में हमारी सरकार ने मध्यप्रदेश की अत्यंत पिछड़ी जनजाति वर्ग की महिलाओं को मुख्यमंत्री आहार अनुदान योजना के तहत 1 हजार रुपए देने का निर्णय लिया था. लेकिन जैसे ही वर्ष 2018 में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता में आई, उस योजना को बंद कर दिया गया’.
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘हमने पिछड़ी और गरीब जनजाति वर्ग की महिलाओं को 1 हजार रुपए देना शुरू किया, लेकिन कमलनाथ जी की सरकार ने वह 1 हजार रुपए इन महिलाओं से छीन लिए और अब नई योजना का झांसा देकर महिलाओं से धोखा, छल और कपट करने की कोशिश कर रहे हैं’.
सीएम शिवराज ने आगे कहा ‘मैं कमलनाथ जी से एक ओर सवाल करता हूं. आपने अपने वचन पत्र में वादा किया था कि अपनी सरकार के दौरान ऐसी महिलाएं जो काम करने की क्षमता खो चुकी हैं, उनके लिए आजीवन भरण-पोषण के लिए योजना लाएंगे. कौन सी योजना लेकर आए?. जरा बताएं कमलनाथ जी’.
इसके बाद आया कमलनाथ का ट्वीट
कमलनाथ ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि ‘शिवराज जी, आपने बीजेपी के 2008 के घोषणापत्र में किसानों का 50,000 रुपए तक का कर्ज माफ़ करने की घोषणा की थी. इस घोषणा को 15 वर्ष बीत गये हैं, लेकिन आज तक आपने किसानों का कर्ज माफ़ नहीं किया. उलटे, मेरी सरकार ने किसान कर्ज माफ़ी की और उसे भी आपने बंद कर दिया. अन्नदाता किसान का अधिकार छीनने का पाप आप क्यों कर रहे हैं? जवाब दीजिए’
दोनों के अपने-अपने सवाल, जवाब कोई नहीं दे रहा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जनजाति वर्ग की महिलाओं को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ से सवाल किया. कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से किसानों को लेकर सवाल किया. लेकिन दोनों ने ही एक दूसरे के सवालों के जवाब नहीं दिए. यह सिलसिला पिछले एक महीने से लगातार जारी है. दोनों सवाल तो करते हैं लेकिन जवाब कोई नहीं देता है.