क्या मध्य प्रदेश में लागू होगा डिप्टी CM वाला फॉर्मूला? जानें इस रेस में कौन-कौन दिग्गज?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद अब सीएम फेस को लेकर सुगबगाहट तेज हो गई है. पहले राजधानी दिल्ली और अब भोपाल में लगातार राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं. सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में सीएम पद के कई दावेदारों को देखते हुए डिप्टी सीएम वाले फॉर्मूले पर भी चर्चा शुरू हो गई है,

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद अब सीएम फेस को लेकर सुगबगाहट तेज हो गई है. पहले राजधानी दिल्ली और अब भोपाल में लगातार राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं. सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में सीएम पद के कई दावेदारों को देखते हुए डिप्टी सीएम वाले फॉर्मूले पर भी चर्चा शुरू हो गई है, क्योंकि सीएम पद के दावेदार अधिक हैं और किसी एक को सीएम बनाने पर शेष अन्य दावेदारों को बीजेपी को एडजस्ट करना पड़ेगा. इस वजह से ही इस बार बीजेपी सीएम के साथ ही एक या दो डिप्टी सीएम बनाने पर विचार कर रही है. लेकिन ये विचार जमीन पर उतरेगा या नहीं इसे बीजेपी का आलाकमान तय करेगा.
मध्य प्रदेश चुनाव में केंद्रीय मंत्री और सांसदो के चुनाव लड़ने के कारण सीएम पद के कई दावेदार हो गए हैं. इनमें शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर सीएम पद के दावेदार माने जा रहे हैं, यही कारण है कि पार्टी अब मध्य प्रदेश में भी उत्तरप्रदेश की तरह ही डिप्टी सीएम वाला फॉर्मूला देने पर विचार कर रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन नेताओं के अलावा मध्य प्रदेश में कई बड़े नेता हैं जो अंदरखाने में सीएम पद के लिए दावेदारी करते रहे हैं.
क्या डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं गोपाल भार्गव?
मध्य प्रदेश में बीते दिन एक खबर फैली जिसके बाद गोपाल भार्गव को लेकर सियासी चर्चांए शुरू हो गई. खबर में बताया गया कि गोपाल भार्गव को पार्टी ने दिल्ली बुलाया है. दिल्ली में अमित शाह के साथ बंद कमरे में एक घंटे तक गोपाल भार्गव की चर्चा हुई है. इसी के बाद से राजनीतिक कयास लगने शुरू हो गए कि आखिर किस बात के लिए गोपाल भार्गव को दिल्ली तलब किया गया है. सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी गोपाल भार्गव को कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. चर्चांए उनके डिप्टी सीएम बनाए जाने को लेकर भी राजनीतिक गलियाराें में चल रही हैं. आपको बता दें मध्य प्रदेश में 9 वी बार बड़ी लीड के साथ गोपाल भार्गव चुनकर आए हैं. इसके पहले कई बार वे मंत्री भी रहे हैं.
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ये प्रमुख नाम हो सकते हैं डिप्टी सीएम की रेस में
यदि बीजेपी ने मध्य प्रदेश में डिप्टी सीएम बनाने को लेकर फैसला करती है तो उसमें गोपाल भार्गव का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. वहीं राजनीतिक गलियारों में नरोत्तम मिश्रा को भी डिप्टी सीएम बनाने की चर्चांए चल रही हैं. हालांकि वे दतिया सीट से अपना चुनाव हार चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के राजनीतिक हलकों में इस तरह की चर्चांए बहुत तेज हैं कि किसी सीट पर उनके लिए एडजस्टमेंट किया जा सकता है. यानि सुरक्षित सीट को खाली कराकर वहां उपचुनाव के जरिए नरोत्तम मिश्रा को मध्य प्रदेश सत्ता में वापसी कराई जा सकती है. लेकिन फिलहाल ये सब अनुमानों पर आधारित है. वहीं तीसरा बड़ा नाम सिंधिया गुट से हो सकता है, इसमें सबसे आगे सांवेर के विधायक तुलसी सिलावट का नाम चर्चांओ में चल रहा है. इसके अलावा कहीं न कहीं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम भी सीएम के साथ ही डिप्टी सीएम की रेस में लिया जा रहा है.
आखिरी बार कौन बना था डिप्टी सीएम?
मध्य प्रदेश में आखिरी बार डिप्टी सीएम कांग्रेस सरकार में बनाया गया था. सुभाष यादव वर्ष 1993 में खरगोन जिले की कसरावद विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री बने थे. 2023 के विधानसभा चुनाव में स्व. सुभाष यादव के बेटे सचिन यादव को कसरावद विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया और वे विधायक चुनकर आए हैं. इसके पहले वे 2018 के चुनाव में भी इसी सीट से चुनकर कमलनाथ की सरकार कृषि मंत्री बनाया गया था.
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