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इमरती देवी का फिर छलका उपचुनाव में हार का दर्द, बोलीं- चुनाव मैं नहीं, जनता हारी; मैं तो सेल्फ स्टार्ट हूं…

Gwalior News: विधानसभा उपचुनाव में हार को लेकर पूर्व मंत्री और सिंधिया समर्थक इमरती देवी का ​​​​​​दर्द ​एकबार फिर छलका है. विकास यात्रा में शामिल होने डबरा पहुंची इमरती देवी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ‘चुनाव मैं नहीं, बल्कि जनता हारी है. मेरे पास आज भी ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला […]
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फोटो: सर्वेश पुरोहित

Gwalior News: विधानसभा उपचुनाव में हार को लेकर पूर्व मंत्री और सिंधिया समर्थक इमरती देवी का ​​​​​​दर्द ​एकबार फिर छलका है. विकास यात्रा में शामिल होने डबरा पहुंची इमरती देवी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ‘चुनाव मैं नहीं, बल्कि जनता हारी है. मेरे पास आज भी ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला और गाड़ी है, मंत्री का दर्जा भी है, लेकिन डबरा का विकास रुक गया है. मैं तो सेल्फ स्टार्ट हूं.

जानकारी के मुताबिक डबरा में विकास यात्रा में मुख्य अथिति के रूप में लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी पहुंची हुई थी. कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि चुनाव मैं नहीं, बल्कि जनता हारी है. मेरे पास आज भी ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला और गाड़ी है, मंत्री का दर्जा भी है, लेकिन डबरा का विकास रुक गया है. मैं तो सेल्फ स्टार्ट हूं. विकास यात्रा डबरा के कमेटी हॉल से प्रारंभ हुई और पिछोर रोड होती हुई चीनोर रोड पर पहुंची. यात्रा के दौरान हितग्राहियों को राशन पात्रता पर्ची, लाडली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र व आवास के प्रमाण पत्र भी बांटे गए.

मेरे पास आज भी ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला, तुम्हें क्या मिला?
विकास यात्रा में मुख्य अथिति के रुप में लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी पहुंची हुई थी. कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि चुनाव मैं तो जीती हूं. हारे तो आप लोग हो, इसलिए हारे हो, क्योंकि हम जीत जाते, तो डबरा का कितना विकास होता. लेकिन आज डबरा का विकास रुका हुआ है, इसलिए मैं खुद को हारा हुआ नहीं मानती. हारी तो डबरा की जनता है. ये तो मुख्यमंत्रीजी और सिंधिया जी का आशीर्वाद है कि मुझे तो आज भी तनख्वाह मिल रही है. मंत्री का दर्जा भी है. लघु उद्याेग विकास निगम में सरकारी गाड़ी भी है, बंगला भी है, सब सरकारी है मेरे पास. अफसर मेरे आगे-पीछे घूमते हैं.

इमरती ने कहा- प्रशासन भी मेरे साथ है. आपको क्या मिला? 3 करोड़ रुपए में आपको न डीपी मिला, न हैंडपंप मिले. मैं कुछ करने के लिए हमेशा आगे देखती हूं, पीछे नहीं देखती कि होगा क्या. जो करती हूं, अपने मन से कर देती हूं. आपकी इमरती न कभी किसी के बंधन में रही और न रहेगी. इमरती सेल्फ स्टार्ट है और सेल्फ स्टार्ट रहेगी.

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मंच से अधिकारियों को लगाई फटकार
इमरती देवी ने खाद्य विभाग के अधिकारी को मंच से ही फटकार लगाई, उन्होंने कहा कि मुझे राशन की दुकानों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. यदि आज के बाद मुझे इस तरीके की शिकायतें मिलीं, तो आप सबके साथ गड़बड़ हो जाएगी. सेक्रेटरी तो छोड़ो मैं आपको लाइन पर लूंगी. समय रहते सुधर जाओ.

पहले भी छलकता रहा है उपचुनाव हार का दर्द
इमरती देवी 2018 का विधानसभा चुनाव ग्वालियर की डबरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ी और जीती भी थीं. साल 2020 में वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गई थीं. सिंधिया के साथ बीजेपी में गए 22 विधायकों ने एक साथ इस्तीफे दिए थे. इसके बाद  28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए थे. इस बार इमरती देवी बीजेपी के टिकट पर डबरा से दोबारा चुनाव लड़ने उतरीं. कांग्रेस ने उनके समधी सुरेश राजे को अपना प्रत्याशी बनाया. इस चुनाव में कांग्रेस के सुरेश राजे से इमरती देवी 7568 वोटों चुनाव हार गई. इस हार के बाद इमरती देवी का दर्द कई बार छलकता रहता है.

कई बार उन्होंने खुद इसे मंच से बयां किया है. पहले भी कई मौकों पर वह अपनी हार के लिए पार्टी में भीतरघात को जिम्मेदार बता चुकी हैं.

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