‘मैं केवल विधायक बनने नहीं आया हूं’ कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान ने बढ़ाई सियासी सरगर्मी!

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में जब से विधानसभा चुनावों के लिए BJP ने अपनी दूसरी सूची जारी की है. तभी से ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सुर्खियों में बने हुये हैं. लगभग हर दिन वो ऐसा बयान दे रहा हैं जिससे उनकी चर्चांए राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक हो ही हैं. इस […]

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में जब से विधानसभा चुनावों के लिए BJP ने अपनी दूसरी सूची जारी की है. तभी से ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सुर्खियों में बने हुये हैं. लगभग हर दिन वो ऐसा बयान दे रहा हैं जिससे उनकी चर्चांए राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक हो ही हैं. इस बार वे जिस बात को लेकर सुर्खियों में बने हुये वो बात कहीं न कहीं सीएम शिवराज से लेकर मध्यप्रदेश के कई दिग्गजों को खल सकती है. बीते दिन उन्होंने मंच से भाषण देते हुये कहा “कि अकेले विधायक बनने नहीं आया हूं’ कुछ बड़ा होगा.

दरअसल बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बुधवार को इंदौर के बाणगंगा में आयोजित लाड़ली बहनों के सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा कि “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं मैं केवल विधायक बनने के लिए नहीं आया हूं, मुझे कुछ और भी बड़ी जवाबदारी मिलेगी पार्टी की ओर से यदि बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी तो बड़ा काम भी करूंगा” जयवर्गीय के बयान से राजनीतिक हलको में बड़ी चर्चा है, क्योंकि अगर बीजेपी सत्ता में वापस आती है तो कहीं न कहीं मुख्यमंत्री की दौड़ में विजयवर्गीय का नाम भी शामिल है.

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क्या खुद सीएम प्रोजेक्ट कर रहे हैं कैलाश विजयवर्गीय? 

विजयवर्गीय ने 2013 के विधानसभा चुनाव में महू विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार अंतर सिंह दरबार को 12,216 वोट से हराकर लगातार छह बार विधानसभा चुनाव जीतकर अजेय रहने का रिकॉर्ड कायम किया था. विजयवर्गीय को 89,848 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वन्द्वी दरबार को 77,632 मतों से संतोष करना पड़ा था वहीं 2008 के विधानसभा चुनावों में महू क्षेत्र से विजयवर्गीय और दरबार आमने-सामने थे. इन चुनावों में विजयवर्गीय ने दरबार को 9,791 मतों से मात दी थी. वह लगातार 1990, 1993, 1998, 2003, 2008, और 2013 के विधानसभा चुनावों में विधायक चुने जाते रहे हैं.

विजयवर्गीय को बीजेपी का कद्दावर नेता माना जाता है. यही कारण है कि बीजेपी ने एक बार फिर उन्हें चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया है. जिस दिन से बीजेपी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है. उसी दिन से उनकी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. अब एक बार फिर उन्होंन अपने बयान से राजनीतिक गलियारो सीएम फेस को लेकर चर्चांए तेज कर दी है. राजनीतक जानकारों की माने तो विजयवर्गीय अपने बयानों के जरिए खुर को सीएम फेस के लिए प्रोजेक्ट कर रहे हैं.

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दूसरी सूची में दिग्गजों के नाम ने बढ़ाई शिवराज की चिंता

भारतीय जनता पार्टी की दूसरी सूची ने न सिर्फ कई खास लोगों को आम बनाने का काम किया है, बल्कि पार्टी ने कई दिग्गजों को ये संदेश दे दिया है कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं है. इसी कारण पार्टी ने इस सूची में 3 केंद्रीय मंत्री के अलावा बीजेपी महासचिव और आधा दर्जन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी साफ तौर पर मकशत है कि दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतारने से पार्टी को न सिर्फ जीत मिलेगी बल्कि आसपास की विधानसभा क्षेत्रों पर भी उन नेताओं का प्रभाव पड़ेगा.

जिस दिन से दूसरी सूची आई है उसी दिन से कई राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं. दिग्गजों के मैदान में होने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीजेपी सत्ता में वापस आती है तो सीएम शिवराज का विदाई समाराेह तय है. ऐसे में इस हवा को पिछले दिनों सीएम शिवराज के बयानो  जरिए और बल मिला है. 

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