गोहद में BJP प्रत्याशी का विरोध, कुशवाहा समाज ने इस वजह से वोट न देने की खाई कसम

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से करीब 100 दिन पहले पहली लिस्ट जारी कर भले ही भाजपा (MP BJP) दावा कर रही हो कि हमने कांग्रेस (MP Congress) से बाजी मार ली है, लेकिन घोषित किए गए उम्मीदवारों का उनकी सीट पर ही विरोध शुरू हो गया है. गुना, छतरपुर और लांजी के […]

mp election protest against BJP candidate Lal Singh Arya Gohad Kushwaha community
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MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से करीब 100 दिन पहले पहली लिस्ट जारी कर भले ही भाजपा (MP BJP) दावा कर रही हो कि हमने कांग्रेस (MP Congress) से बाजी मार ली है, लेकिन घोषित किए गए उम्मीदवारों का उनकी सीट पर ही विरोध शुरू हो गया है. गुना, छतरपुर और लांजी के बाद अब भिंड की गोहद में भारी विरोध हो रहा है. लाल सिंह आर्य (Lal Singh Arya) को जैसे ही गोहद (Gohad Seat) से प्रत्याशी घोषित किया गया है, विधानसभा में विरोध शुरू हो गया है. कुशवाहा समाज के लोगों ने लाल सिंह आर्य को वोट नहीं देने की सामूहिक शपथ ली है. इस शपथ रूपी विरोध को लाल सिंह आर्य राजनीतिक षड्यंत्र बता रहे हैं.

वहीं, कुशवाहा समाज के लोगों का कहना है कि लाल सिंह आर्य अपने द्वारा घोषित किए गए महात्मा ज्योतिबा राव फुले के पार्क निर्माण का कार्य पूरी तरह भूल गए हैं. इसलिए उनका विरोध किया जा रहा है. दरअसल पिछले दिनों भाजपा द्वारा मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए 39 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में गोहद की आरक्षित सीट से बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन इस घोषणा के साथ ही आर्य का कुशवाहा समाज ने विरोध शुरू कर दिया है.

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मंदिर में कुशवाहा समाज के लोगों ने ली सामूहिक शपथ

आर्य के विरोध में कुशवाहा समाज ने रूपावई गांव के बरवाह मंदिर पर एक शपथ ग्रहण कार्यक्रम किया, इसमें बड़ी संख्या में कुशवाहा समाज के लोग शामिल हुए. समाज के लोगों ने लाल सिंह आर्य को विधानसभा चुनाव में वोट नहीं करने की शपथ ली. इतना ही नहीं अपने समाज के अन्य लोगों, रिश्तेदारों और परिजनों को भी आर्य को वोट नहीं देने, इसके साथ ही आर्य के खिलाफ प्रचार करने की भी सामूहिक शपथ ली गई.

आर्य ने कहा- राजनीतिक साजिश

कुशवाहा समाज के नेता दिलीप कुशवाहा से एमपी तक ने बात की तो उन्होंने बताया कि साल 2016 में इलाके में तत्कालीन मंत्री लाल सिंह आर्य ने महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती के मौके पर 5 बीघा जमीन पर फुले के नाम पर पार्क का निर्माण कराने, मूर्ति स्थापित करने की घोषणा करते हुए भूमि पूजन किया था, पार्क निर्माण के लिए तत्कालीन सांसद भागीरथ प्रसाद ने 20 लाख रुपए की राशि और तत्कालीन मंत्री लाल सिंह ने ₹5 लाख की राशि देने की घोषणा की थी, लेकिन 7 साल बीतने के बाद भी पार्क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है. आर्य के खिलाफ कुशवाहा समाज में इसलिए आक्रोश है.

वोट न करने की ली शपथ

कुशवाहा समाज ने लाल सिंह आर्य को आगामी विधानसभा चुनाव में वोट नहीं करने की शपथ ली है. समाज विरोध के बारे में जब एमपी तक ने तत्कालीन मंत्री और वर्तमान में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है, जो उनके खिलाफ रचा जा रहा है. आर्य ने कहा कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम में गोहद विधानसभा के कुशवाहा समाज के लोग सिर्फ दो-तीन लोग ही थे. दतिया जिले और ग्वालियर के मुरार जिले के कुशवाहा समाज के लोग भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे.

हालांकि उन्होंने यह बात भी कही कि जल्द ही पार्क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन जिस तरह से कुशवाहा समाज में आर्य के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है, उसे लगता है कि भाजपा के लिए आने वाले समय में कुशवाहा समाज मुश्किल खड़ी कर सकता है.

गोहद सीट का गणित

बता दें कि लाल सिंह आर्य गोहद विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा वे शिवराज सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. लाल सिंह आर्य साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रणवीर जाटव से हार गए थे. इसके बाद रणवीर जाटव बीजेपी में सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए. साल 2020 के उपचुनाव में रणवीर जाटव को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया लेकिन रणवीर जाटव चुनाव हार गए. अब एक बार फिर से बीजेपी ने लाल सिंह आर्य को 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया है.

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