कांग्रेस का नोटिस: आलोक शर्मा जवाब दें, कमलनाथ के लिए अनर्गल क्यों बोला
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MP Congress: मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर से चर्चा में हैं. चर्चा के केंद्र में कमलनाथ को लाने वाले हैं एआईसीसी के प्रवक्ता आलोक शर्मा. आलोक शर्मा ने कुछ दिन पहले दिए अपने एक इंटरव्यू में कमलनाथ पर कई गंभीर आरोप लगा दिए थे, जिसके बाद पूरी कांग्रेस ने आलोक शर्मा के बयानों से पल्ला झाड़ लिया है और आलोक शर्मा को नोटिस देकर पूछा है कि उन्होंने कमलनाथ को लेकर अनर्गल बयानबाजी क्यों की.
आलोक शर्मा को ये नोटिस दिया है कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा ने. एआईसीसी ने प्रवक्ता आलोक शर्मा के बयान को अनाधिकृत, आधारहीन, अपमानजनक और पार्टी एवं नेतृत्व को कमजोर करने का घृणित प्रयास बताया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने दो सप्ताह पहले दिए एक इंटरव्यू में कमलनाथ पर बड़े गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा है कि कमलनाथ के पिछले 5-6 वर्ष के कार्यकाल को देखकर लगता है कि वह खुद नहीं चाहते थे कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने.
आलोक शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि टिकट वितरण में उन्होंने अहंकार दिखाया था. उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को काम भी नहीं करने दिया. साथ ही कहा है कि उनके घर ईडी-सीबीआई क्यों नहीं पहुंचती है. आलोक शर्मा के इस इंटरव्यू के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर भूचाल आ गया है. कांग्रेस के कई सीनियर लीडर आलोक शर्मा के अचानक से कमलनाथ के खिलाफ बयानबाजी देखकर चौंके हैं.
कांग्रेस ने कमलनाथ के समर्थन में जारी की सफाई
आलोक शर्मा की इस बयानबाजी के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक सफाई जारी की है, जिसमें उन्होंने कमलनाथ के प्रति अपना पूर्ण समर्थन जताया है. इसमें कहा गया है कि कमलनाथ ने कांग्रेस की सेवा अपने यौवनकाल की शुरुआत से ही की थी. इंदिरा गांधी के वक्त से ही वे भारत के नव निर्माण अभियान के साथ जुड़े हैं. संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के बाद प्रियंका गांधी और राहुल गांधीजी के साथ वे कंधे से कंधे मिलाकर डटे हुए हैं.
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कमलनाथ की तारीफ में एआईसीसी ने ये भी बोला
कांग्रेस ने जारी किए प्रेसनोट में बताया है कि जब भाजपा सरकारी एजेंसियों के साथ संपूर्ण विपक्ष को खत्म करने पर आमादा है, तब कमलनाथ ही हैं, जिनके निर्विवाद नेतृत्व में सभी कांग्रेसजनों ने मिलकर 2018 में मध्य प्रदेश से भाजपा के किले को ढहाकर कांग्रेस की सरकार बनाने का लक्ष्य हासिल किया. अब भी कई लोग कमलनाथ जैसे कांग्रेस के आधारभूत स्तंभों के खिलाफ भाजपाई षड़यंत्र के शिकार हो जाते हैं. AICC ने ऐसे ही षड़यंत्र के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर कमलनाथ की निष्ठा का सम्मान किया है. जब भाजपा अपनी सारी सरकारी एजेंसियों के कंधों पर हथियार रखकर संपूर्ण विपक्ष को उखाड़ने और खत्म करने पर आमादा हो, तब भी कमलनाथ अपने तजुर्बों के साथ पार्टी वर्करों के साथ खड़े हैं.
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