कमलनाथ ने अफसरों को दी नसीहत, कार्यकर्ताओं से कहा- संघर्ष के लिए रहें तैयार, माजरा क्या है?
ADVERTISEMENT
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में मतगणना से पहले बालाघाट जिले के वीडियो ने पूरे प्रदेश भर में वबाल खड़ा कर दिया है. वीडियो कथित तौर पर आरोप लगाया गया कि अधिकारी बैलेट मतपत्रों के साथ हेराफैरी कर रहे थे, तो वहीं स्थानीय नेताओं की माने तो पूरा ड्रामा एक कंफ्यूजन के कारण हुआ है, लेकिन कांग्रेस अब इस मामले को लगातार उठा रही है, पहले नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और अब पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अधिकारियों को चेताया तो वहीं कार्यकर्ताओं को कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहने की बात कही है.
कमलनाथ ने सोशल मीडिया X पर लिखा “पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा लोकतंत्र के बुनियादी उसूल हैं. कल बालाघाट में डाक मतपत्रों को जिस तरह से खोला गया, वह गंभीर कदाचरण है. उसके बाद सरकारी मशीनरी और जिम्मेदार अधिकारियों ने जिस तरह से इस कृत्य को सही साबित करने की कोशिश की, वह और भी अक्षम्य अपराध है.
अफसरों को दे डाली नसीहत
उन्होंने आगे लिखा “मैं चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी और कर्मचारियों को याद दिलाना चाहता हूं, कि इस समय वह निर्वाचन आयोग के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं, जो मध्य प्रदेश सरकार से अलग एक स्वायत्त संस्था है. वे इस समय किसी पार्टी या मंत्री के मातहत काम नहीं कर रहे हैं.”
कर्मचारियों से निवेदन करते हुए लिखा “इसलिए सभी अधिकारी कर्मचारियों से निवेदन है कि वह किसी भी असंवैधानिक या गैरकानूनी आदेश का पालन न करें और सिर्फ वही कार्य करें जो करना उनका प्रशासनिक दायित्व है. एक-एक अधिकारी और कर्मचारी की कार्यप्रणाली की रिपोर्ट जनता के पास है.” कमलनाथ ने कहा- “मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करता हूं, कि वह अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए कड़े से कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहें. 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी. इसलिए वे निर्द्वंद्व होकर अपने कार्य में जुट जाएं. सत्यमेव जयते.”
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
क्या है पूरा मामला?
दरअसल बीते दिन बालाघाट जिले के स्ट्रांग रूम से एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें नोडल अधिकारी स्ट्रॉन्ग रूप में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ करते हुए दिख रहे हैं. जिसके बाद कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से शिकायत थी. कांग्रेस ने इस काम में बालाघाट में पोस्टल बैलेट पेपर नोडल अधिकारी और स्थानीय विधायक बिसेन की मिली भगत का आरोप लगाया है.
अधिकारी पर गिरी आयेाग की गाज
मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर निर्वाचन गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कलेक्टर निलंबन की मांग की थी. हालांकि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इसे कन्फ्यूजन बताते हुए मामला क्लीयर होने का दावा किया है. उधर चुनाव आयोग ने पूरे मामले में एक निर्वाचन सहायक नोडल अधिकारी हिम्मत सिंह को निलंबित कर दिया है.
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: बालाघाट केस में कांग्रेस का बड़ा हमला, मुख्य सचिव को बता दिया BJP का एजेंट, क्या है पूरा मामला?
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT