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सिंधिया ने फिर लगाई कांग्रेस में सेंध, इन दो महिला नेताओं को दिला दी BJP की सदस्यता

हेमंत शर्मा

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के पहले दल-बदल का दौर तेजी से जारी है. विजयदशमी के दिन कांग्रेस को ग्वालियर अंचल में करारा झटका लगा है. कांग्रेस के अशोकनगर और शिवपुरी के दो महिला नेत्रियों समेत तीन नेताओं ने विजयदशमी के दिन सिंधिया के महल में पहुंचकर सिंधिया के समक्ष बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है.

जिन कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है उनमें से एक कांग्रेस नेत्री 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी बनकर अशोकनगर विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे ही जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. इसकी बानगी मंगलवार को ग्वालियर में देखने को मिला.

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पुराने कांग्रेसियों ने थामा बीजेपी का दामन

केंद्रीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल जय विलास पैलेस पहुंचकर कांग्रेस की दो नेत्री आशा दोहरे और अनीता जैन ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके अलावा कांग्रेस नेता राकेश जैन अमोल ने भी कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. खास बात यह है कि “बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने वाली आशा दोहरे और अनीता जैन रिश्ते में सास बहू हैं”. अशोक नगर में आशा दोहरे ने साल 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी बनाकर भाजपा के प्रत्याशी जसपाल सिंह जज्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जबकि उनकी सास अनीता जैन नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं. इसके साथ ही शिवपुरी के कांग्रेस नेता रहे राकेश जैन अमोल शहर कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं. तीनों ही नेताओं ने सिंधिया के समक्ष सदस्यता लेने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी.

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सिंधिया को लेकर कही ये बात

अनीता जैन ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा कि यह मेरी बहुत बड़ी भूल थी कि “मैं महाराज के साथ कांग्रेस छोड़कर नहीं आई थी. 30 साल से मैं कांग्रेस में थी, लेकिन आज मैं बीजेपी में महाराज के साथ आ गई. मेरे दिल का बोझ उतर गया, जबकि आशा दोहरे ने कहा कि महाराज जब कांग्रेस छोड़कर गए थे. तब हम उनकी तकलीफ को नहीं समझ सके थे. हमें दुख हुआ था और महाराज को भी दुख हुआ था, लेकिन आज हम उसे तकलीफ को समझ सके हैं.

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