MP ELECTION 2023: SDM निशा बांगरे नहीं लड़ पाएंगी चुनाव, ये बड़ी वजह आई सामने
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Nisha Bangre Resign Reject: मध्य प्रदेश की पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे एक बार फिर चर्चाओं में आ गई हैं. पहले जिस बात को लेकर निशा चर्चाओं में आई थी, एक बार फिर उसी बात को लेकर चर्चा में हैं. कुछ महीनों पहले धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए छुट्टी नहीं मिलने से नाराज निशा ने SDM पद से इस्तीफा दे दिया था. इस पूरे मामले में GAD (जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट) ने उनके इस्तीफे को अमान्य घोषित कर दिया है.
इस्तीफा देकर सुर्खियों में आने वाली बैतूल की डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) निशा बांगरे एक बार फिर चर्चाओं में हैं. निशा बांगरे के राजनीति में एंट्री के कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा था कि आने वाले विधानसभा चुनाव में निशा चुनावी मैदान में उतर सकती है. लेकिन उनके इन मंसूबों पर GAD के फैसले के बाद पानी फिरता नजर आ रहा है. विभाग ने निशा बांगरे का इस्तीफ स्वीकार नहीं किया है. विभाग ने कहा फिलहाल विभागीय जांच जारी है इसीलिए अभी इस्तीफे को अमान्य घोषित किया गया है.
कोर्ट जाएंगी निशा बांगरे
शासन ने डिप्टी कलेक्टर पर शासन के निर्देशों का पालन ना करने और अनुशासनहीनता का आरोप लगाया है. इससे पहले बांगरे इस्तीफे पर कोई निर्णय नहीं करने को लेकर कोर्ट गई थीं, जिस पर कोर्ट ने शासन को 30 दिन में निर्णय लेने का समय दिया था. इसके बाद अब सामान्य प्रशासन विभाग ने इस्तीफा नामंजूर करने का आदेश जारी किया है. वहीं, इस मामले में निशा बांगरे ने कहा कि वे शासन के आदेश को कोर्ट में चैलेंज करेंगी.
कौन हैं निशा बांगरे
SDM निशा बांगरे मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की रहने वाली हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की है. नौकरी छोड़कर उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की साल 2016 में DSP के पद पर उनका चयन हो गया. 2017 में वे DC (डिप्टी कलेक्टर) के लिए चयनित हो गईं. उनके पति एक MNC में हैं और उन्हें एक बेटा भी है. निशा अपनी शादी के समय चर्चाओं में आई थी, जब उन्होंने संविधान हाथ में लेकर शादी रचाई थी.
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निशा की पूर्व CM कमलनाथ से हो चुकी मुलाकात
एसडीएम बनने के बाद निशा बांगरे आमला में करीब डेढ़ साल तक पदस्थ रही हैं. आमला में उन्होंने बतौर एसडीएम अच्छा काम किया. अपने अच्छे काम की वजह से वह काफी लोकप्रिय हो गई थीं. इसके बाद उनका तबादला भोपाल और बाद में उनका तबादला छतरपुर के लवकुशनगर में कर दिया गया था. निशा बांगरे आमला में छह महीने से पति के साथ मिलकर लोगों से संपर्क कर रही हैं. बांगरे अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से आती हैं और आमला विधानसभा क्षेत्र भी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है. वर्तमान में यहां से भाजपा के योगेश पंडाग्रे विधायक हैं.
कमलनाथ से मिलने के बाद उनके चुनाव लड़ने की अटकलों ने जाेर पकड़ लिया है, संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस उन्हें आमला से टिकट दे सकती है. बैतूल में 5 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें 4 पर कांग्रेस का कब्जा है. सिर्फ आमला सीट ही भाजपा के पास है. ऐसे में निशा बांगरे की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें आमला से मैदान में उतार सकती है.
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