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MP Election: कमलनाथ ने फिर उठाया आदिवासी अत्याचार का मामला, ट्वीट कर लगाए ये आरोप

एमपी तक

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Singroli shootout Kamal Nath Digvijay Singh MP Congress
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MP Election: मध्यप्रदेश में आदिवासियों के ऊपर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला आदिवासी बाहुल्य विकासखंड सिलवानी के ग्राम चैनपुर का है, जहां पुलिस एक आदिवासी युवक को गांव से मारते-पीटते पुलिस चौकी ले गई. सुबह घर के बाहरी कमरे में वह युवक मरा हुआ मिला. परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना और हत्या करने का आरोप लगाया है. अब इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी शिवराज सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘सिलवानी में आदिवासी युवक श्रीराम आदिवासी की मृत्यु का दुखद समाचार सामने आया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी जूतों से पिटाई की और सुबह वह मृत पाया गया. मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहूंगा कि इस मामले में इंसाफ होगा या फिर आदिवासियों पर अत्याचार करने की अपनी आदत के मुताबिक इस मामले को भी रफा दफा कर दिया जाएगा. शिवराज सरकार में कभी भाजपा नेता, कभी पुलिस, कभी प्रशासन तो कभी दबंग आदिवासियों पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों पर सबसे सख्त कार्रवाई की जाए’.

जानकारी के अनुसार मंगलवार को धार्मिक आयोजन किया जा रहा था जहां श्रीराम आदिवासी पर आरोप हैं कि वह शराब के नशे मेें उत्पात कर रहा था. ग्राम सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ठाकुर ने पुलिस को सूचना दी. जिस पर पुलिस ने गांव पहुंचकर युवक को पकड़ कर मारपीट की, वही ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस मंदिर से स्कूल तक मारते पीटते लेकर आई और स्कूल के पास जूते से पिटाई कर गाड़ी में बिठाकर पुलिस चौकी ले गई. सुबह देखा तो घर के बाहरी कमरे में मरा हुआ मिला है. रात के अंधेरे मेे कब-कितने बजे और कौन कमरे में छोड़ कर चला, यह जानकारी किसी को नहीं है.

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मृतक के पिता ने लगाए पुलिस पर हत्या के आरोप

मृतक श्रीराम आदिवासी के पिता जगमोहन आदिवासी ने बताया कि मंगलवार की शाम 4 बजे जैथारी पुलिस मेरे बेटे को मारते पीटते ले गई थी और बुधवार की सुबह घर के बाहरी कमरे में वह मरा हुआ मिला है. जिससे हम सिलवानी अस्पताल ले गये तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर पोस्टमार्टम किया गया और शाम को पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया है. मेरे बेटे को पुलिस ले गई थी और उसी ने मरवा दिया है.

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यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भी उठाए गंभीर सवाल

विक्रांत भूरिया ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘मध्यप्रदेश के रायसेन सिलवानी में आदिवासी श्रीराम को पुलिस मंदिर से पकड़कर ले गयी और पीट पीटकर मार डाला. ऐसा ही एक कांड *जोबट* में चंद्रशेखर आज़ाद जी की जन्मभूमि भाभरा में हुआ था जब एक आदिवासी पेसा कॉर्डिनेटर ने 10 लाख की चोरी की शिकायत *CM हेल्पलाइन* में की थी तब भी शिवराज सरकार की पुलिस ने कैलाश को पीट पीटकर मार डाला था. इन दोनों घटनाओं से साफ जाहिर है कि अब मप्र में आदिवासी सुरक्षित नही है क्योंकि रक्षक ही भक्षक बन गया है’.

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