PM नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश में, आदिवासी सम्मेलन के जरिए करेंगे लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत
ADVERTISEMENT
![PM नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश में, आदिवासी सम्मेलन के जरिए करेंगे लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत mp election 2023 mp politics mp news shivraj singh vhouhan narendra modi betul](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202311/narendra-modi-768x432.jpg?size=948:533)
PM Narendra Modi: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल झाबुआ से करने जा रहे हैं. वे रविवार को झाबुआ आ रहे हैं. 11 फरवरी को वह झाबुआ में आदिवासियों की एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. मध्य प्रदेश बीजेपी के साथ-साथ प्रशासन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा की तैयारियों में जुटा हुआ है. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी डाक्टर महेंद्र सिंह , सह प्रभारी सतीश उपाध्याय , बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा , प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा झाबुआ पहुंचकर
कार्यक्रम स्थल झाबुआ के समीप गोपालपुरा हवाई पट्टी एवं पास के मैदान का प्रशासनिक अमले के साथ निरीक्षण कर चुके हैं.
उनके साथ प्रदेश सरकार के मंत्री नागरसिंह चौहान , चैतन्य कश्यप एवं निर्मला भूरिया भी तैयारी में जुटे हैं .पीएम मोदी की जनसभा में एक लाख आदिवासियों को आमंत्रित किया गया है. प्रधानमंत्री अपने 2024 के लोकसभा चुनाव का आगाज पश्चिम मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले से ही क्यों करना चाहते हैं, इसको लेकर चर्चाए काफी गर्म हैं.
दरअसल झाबुआ पश्चिम मध्यप्रदेश की आदिवासी राजनीति का केंद्र है. पश्चिम मध्यप्रदेश के धार , रतलाम ओर इससे गुजरात के दाहोद , महिसागर एंव पंचमहाल जिले सटे हुए हैं. इसके साथ ही राजस्थान के बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ जिले लगे हैं. यह सभी भील आदिवासी बहुल इलाके हैं ओर झाबुआ की राजनीति ओर भीलों की राजनीति ओर सांस्कृतिक पहचान की दृष्टि से भीलों की राजधानी भी माना जाता है.
झाबुआ की सभा के जरिए पीएम मोदी देंगे 3 राज्यों तक एक साथ संदेश
लोकसभा के लिहाज से देखें तो पश्चिम मध्यप्रदेश की 3 आदिवासी समुदाय की आरक्षित सीटें , गुजरात की दो ओर राजस्थान की दो लोकसभा सीटें झाबुआ के आसपास आती हैं. हाल ही मे राजस्थान ओर मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव मे झाबुआ ओर राजस्थान के आदिवासी इलाकों में सत्ता हासिल होने के बावजूद प्रदर्शन अपेक्षा अनुरूप नहीं था, इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झाबुआ में 11 फरवरी को विशाल आदिवासी सम्मेलन के जरिए आदिवासियों को साधने की कोशिश करेंगे. जानकारों के अनुसार मोदी इस सभा में आदिवासियों के लिए कुछ बड़े एलान कर सकते हैं. ऐसा करके पीएम मोदी एमपी, राजस्थान और गुजरात के आदिवासी इलाकों तक एक साथ संदेश दे सकेंगे.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ये भी पढ़ें- फिर सुर्खियों में झोपड़ी वाले विधायक कमलेश्वर डोडियार, चमचमाती कार से घर पहुंचे तो देखते रह गए लोग
ADVERTISEMENT