MP कैबिनेट विस्तार पर फंसा पेंच, दो नामों पर सहमति, 2 पर असमंजस; आज हो सकता है फैसला
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MP News: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ((CM Shivraj Singh Chouhan) के मंत्री मंडल की अटकलें अभी भी जारी हैं. प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) होने की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं. संभावना है आज नए मंत्री शपथ ले लेंगे. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि जातिगत वोटों को साधने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है. मंत्री मंडल का विस्तार कुछ यूं किया जा रहा है कि प्रदेश के OBC वोटर काे अपने पाले में लाने के लिए मंत्रीमंडल के विस्तार पर इतना मंथन किया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक आज शिवराज केबिनेट (Shivraj Cabinet) का विस्तार हो सकता है. जिसमें 4 मंत्री शपथ ले सकते हैं. दो दिनों से मंथन का दौर चल रहा है. आज मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना इसलिए भी अधिक है, कि राज्यपाल मंगू भाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) 26 अगस्त को ग्वालियर की यात्रा पर रहेंगे.
किन नामों पर बनी सहमति किन पर फसा पेच?
शिवराज केबिनेट का विस्तार इसलिए किया जा रहा है. क्योंकि 35 मंत्रियों वाली मुख्यमंत्री की मंत्रीपरिषद में अभी चार पद रिक्त हैं. इन नाम में सबसे ऊपर ओबीसी नेता और बालाघाट से विधायक गौरीशंकर बिसेन (Gaurishankar Bisen) का नाम है. वहीं, रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ल (Rajendra shukla) का नाम भी आगे आ रहा है. इन नामों पर फिलहाल ऐसा माना जा रहा है कि बैठक के दौरान सहमति बन गई है. इसके अलावा अन्य दो नामों के लिए पार्टी में लाई लेवल पर मंथन जारी है. देर रात नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) सीएम हाउस (CM House) पहुंचे थे. जहां अन्य दो नामों पर मंथन किया गया.
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मंत्री मंडल विस्तार के जरिए चार क्षेत्रों पर फोकश
शिवराज केबिनेट का विस्तार बड़ी ही सोच समझ के साथ ही किया जा रहा है. आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव के तहत भी इसे देखा जा रहा है. पार्टी इस मंत्री मंडल विस्तार में जातीय समीकरण तो देख ही रही है इसके अलावा क्षेत्रीय समीकरण बैठाने की भी कोशिश की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार महाकौशल (Mahakaushal), विंध्य (Vindhya), बुंदेलखंड (Bundelkhand) और ग्वालियर चंबल (Gwalior Chambal) के मतदाताओं को साधने की कोशिश में है. महाकौशल से पूर्व मंत्री और वर्तमान में बालाघाट से विधायक ओबीसी आयोग के अध्यक्ष गौरी शंकर बिसेन को मंत्री बनाया जाने की चर्चाएं हैं, तो वहीं विंध्य क्षेत्र को साधने के लिए रीवा विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला को मंत्री पद से नवाजा जा सकता है.
ग्वालियर चंबल क्षेत्र में अनुसूचित जाति के वोटर को लुभाने के उद्देश्य से लाल सिंह आर्य (Lal Singh AARYA) के अलावा भी किसी नाम पर सहमति बन सकती है. बुंदेलखंड के लोधी वोटर्स को अपने पाले में लेने के लिए जालम सिंह पटेल (Jalam Singh Patel) या राहुल लोधी (Rahul Lodhi) को मंत्री पद देने पर विचार चल रहा है. जालम सिंह पटेल केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) के छोटे भाई हैं तो वहीं राहुल लोधी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती(Uma Bharti) के भतीजे हैं.
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