छिंदवाड़ा में स्वामी रामभद्राचार्य बोले- MP में लड़ाई शिवराज-कमलनाथ के बीच नहीं, फिर किसके बीच? जानें
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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में जुबानी जंग तेज होती जा रही है. नेताओंं के साथ ही साथ अब इस बयानबाजी में साधु-संत भी कूद गए हैं. कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में सेंध लगाने के लिए बीजेपी पूरी कोशिश में जुटी है. इसलिए वहां पर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ ही संतों को भी उतार रही है, जिससे उनके पक्ष में माहौल बने. इस बीच छिंदवाड़ा जिले के चौरई नगर में 20 सितंबर से 9 दिवसीय श्री रामकथा का आयोजन शुरू हुआ है, जिसमें जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य श्री रामकथा कर रहे है. कथा के पहले दिन ही सनातन धर्म विरोधियों पर जमकर बरसे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने फिर कहा कि यह चुनाव धर्म और अधर्म का है.
चित्रकूट विकलांग विश्वविद्यालय के कुलाधिपति स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा- “इस बार के चुनाव की लडाई कमलनाथ जी की और शिवराज सिंह की नहीं है ये लड़ाई मोदी और एनडीए और इंडी की नहीं है. मोदी और सोनिया की नहीं. ये लड़ाई अब तो है धर्म और अधर्म की. मैं कोई विरोध नहीं कर रहा हूं. सब हमारे हैं, मैं किसी पार्टी का एजेंट नहीं हूं, ऐसे पद मेरे लिए कुछ नहीं हैं, मैं फिर कह रहा हूं. ‘ये धर्म और अधर्म की लड़ाई है’ ये किसी की लड़ाई नहीं है.”
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उदयनिधि स्टालिन को जरूर मिलेगी सजा: रामभद्राचार्य जी
पद्म विभूषण रामभद्राचार्य ने कहा- ‘उदयनिधि स्टालिन में कहा है सनातन धर्म बीमारी, निश्चित रूप से दंड मिलेगा जो सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं उन्हें मटियामेट होना पड़ेगा. सब हमारे हैं क्योंकि किसी से भी मेरी लड़ाई नहीं है. सभी लोग हमारे हैं. पर उदय निधि ने इतना बड़ा अनर्थ किया, एक भी बयान किसी जिम्मेदार नेता ने दे दिया.’
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कमलनाथ जी को बहुत प्रेम करता हूं, क्योंकि वो…
सभी सनातन धर्म की रोटी खाते हैं, कमलनाथ जी को बहुत प्रेम करता हूं. हनुमान जी के भक्त हैं और ये वाक्य बोल दिया होता इन्होंने तो मुझे बहुत संतोष होता. मुझे दुख इस बात की पीडा है. मैं झूठ नहीं बोलता. उनके जनपद में हूं मुझे बहुत पीड़ा है. एक वाक्य उन्होंने बोल दिया होता उदयननिधि को तो मुझे संतोष होता. कोई बात नहीं, सब लोग मेरे मित्र हैं. कोई कुछ न बोले, मैं बोलूंगा और बोलूंगा ही. नहीं अब तो जनता जनार्दन बता दे कि सनातन धर्म में बीमारी है. इस सनातन धर्म का विरोध करने वाले बीमारी है. अब तो जनता निर्णय करेगी. सनातन धर्म को समाप्त होना चाहिए. सनातन धर्म विरोधियों को समाप्त होना चाहिए.
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