विदिशा कलेक्टर के ट्रांसफर पर गरमाई सियासत, ओवैसी का आरोप 'हिंदू संगठनों की मांग ना मानने पर हुआ ट्रांसफर'

MP News: विदिशा कलेक्टर ने बीजामंडल में ASI के नोटिफिकेश का हवाला देते हुए उसे मस्जिद बताया था और हिंदू संगठनों को पूजा करने पर जुर्माने और कारावास की चेतावनी दी थी.

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कलेक्टर के ट्रांसफर पर गरमाई सियासत, AIMIM प्रमुख ओवैसी ने X पर किया पोस्ट

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असदुद्दीन ओवैसी ने गंभीर आरोप लगाते हुए वजह भी बता दी क्याें हुआ कलेक्टर का तबादला

MP News: मध्य प्रदेश में विदिशा कलेक्टर के ट्रांसफर के दो दिन बाद अचानक सियासत गरमा गई. जब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस तबादले पर सवाल खड़े कर दिए. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि कलेक्टर का ट्रांसफर हिंदू संगठनों की मांग ना मानने पर हुआ है.  

बता दें कि कलेक्टर ने बीजामंडल में ASI के नोटिफिकेश का हवाला देते हुए उसे मस्जिद बताया था और हिंदू संगठनों को पूजा करने पर जुर्माने और कारावास की चेतावनी दी थी. दो दिन पहले 7 ज़िलों के कलेक्टर बदले गए, उनमें एक नाम विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य का भी था.

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संगठनों ने की मांग, दी जाए पूजा की अनुमति 

ओवैसी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'मध्य प्रदेश में संघ के संगठनों ने मांग की थी कि उन्हें मस्जिद में पूजा की अनुमति दी जाए. जिला कलेक्टर ने ASI के नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए उसे मस्जिद बताया और पूजा की अनुमति नहीं दी. कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया क्योंकि उन्होंने कानून का पालन किया. यही वक्फ संशोधन बिल का खतरा है.

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सरकार कलेक्टर को बहुत ज़्यादा अधिकार देना चाहती है, अगर कोई कहता है कि मस्जिद मस्जिद नहीं है तो कलेक्टर को भीड़ की मांग माननी होगी या फिर उसका तबादला कर दिया जाएगा. कोई भी सबूत पर्याप्त नहीं होगा.'

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कलेक्टर ने हिंदुओं के पूजा करने पर लगा दी थी रोक 

बता दें कि विदिशा में पिछले दिनों हिंदू संगठनों बीजामंडल में नागपंचमी की पूजा के लिए अनुमति मांगी थी लेकिन तत्कालीन कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने एएसआई के एक नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए विदिशा के बीजामंडल को मस्जिद बताया था और ASI संरक्षित स्मारक में नियमों की अवहेलना करने पर दो साल का कारावास अथवा एक लाख रुपए जुर्माने की बात कही थी.

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