रायसेन: विकास यात्रा पर निकले स्वास्थ्य मंत्री का ग्रामीणाें ने रोका काफिला, फिर सुनाई जमकर खरी-खोटी!
MP NEWS: बीजेपी की विकास यात्रा के दौरान मंत्रियों को जनता के गुस्से का भी सामना करना पड़ रहा है. एक दिन पहले ही शुरू हुई विकास यात्रा में मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी को कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ गया. रायसेन जिले के गांव जमुनिया में जैसे ही उनका काफिला […]

MP NEWS: बीजेपी की विकास यात्रा के दौरान मंत्रियों को जनता के गुस्से का भी सामना करना पड़ रहा है. एक दिन पहले ही शुरू हुई विकास यात्रा में मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी को कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ गया. रायसेन जिले के गांव जमुनिया में जैसे ही उनका काफिला पहुंचा तो ग्रामीणों ने उनको रोक लिया. इसके बाद मंत्री को अपनी कार से उतरकर गांव का पैदल दौरा करना पड़ा. इस दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने मंत्री को जमकर खरी-खोटी सुनाईं. महिलाएं व अन्य ग्रामीण सड़क,सफाई, सीवर और नाली की समस्या से परेशान थे, जिसका गुस्सा मंत्री के ऊपर फूट पड़ा.
दरअसल विकास यात्रा के लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी रायसेन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर निकले थे. लेकिन रायसेन जिले के दीवानगंज क्षेत्र में जैसे ही उनका काफिला ग्राम निनोद और जमुनिया पहुंचा, ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी. ग्रामीणों ने मंत्री का रास्ता रोक लिया और उनको कार से निकलने को मजबूर कर दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने मंत्री को अपना गांव घुमाया. किसी ने नाली और सीवर चौक होने की समस्या बताई तो किसी ने सड़क की बदहाल स्थिति की जानकारी मंत्री को दी.
जमुनिया गांव में मूलभूत समस्याओं से परेशान जनता का सामना जब मंत्री को करना पड़ा तो वहां पर जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए स्थिति को संभाल पाना मुश्किल हो गया. इस बीच एसडीएम भी ग्रामीणों से उलझते नजर आए लेकिन नाराज जनता ने उनको भी जमकर खरी-खोटी सुना दी.
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उलझते एसडीएम को मंत्री ने रोका, फिर सुनी पूरी समस्या
इस पूरी घटना के दौरान एसडीएम सुनील कुमार भी नाराज ग्रामीणों से उलझ गए. वे बार-बार ग्रामीणों को यह बताते हुए देखे गए कि ‘नाली आप साफ किया करो, यह काम प्रशासन का नहीं है’. इससे स्थानीय जनता और भड़क गई और फिर एसडीएम को जमकर सुनाई. स्थिति नियंत्रण से बाहर जाते देख स्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने एसडीएम को शांत कराया और दूर जाने की बोला. इसके बाद मंत्री ने ग्रामीणों की हर परेशानी को सुना और उनको जल्द दूर कराने का आश्वासन दिया. विकास यात्रा की शुरूआत में ही प्रदेश सरकार के मंत्रियों को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. जो सरकार के लिए मुसीबत भी बन सकता है.