राजगढ़: बैंककर्मी सुसाइड केस में पुलिस को मिली अब डायरी, बुरे कामों से डरने की बात लिखी
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Rajgarh Crime News: राजगढ़ बैंककर्मी सुसाइड केस में पुलिस को मृतक प्रदीप राणा की एक डायरी हाथ लगी है, जिसमें मृतक बैंककर्मी प्रदीप राणा ने बुरे कामों से डरने और उनसे दूर रहने की बात लिखी है. मृतक की इस डायरी ने केस को और उलझा दिया है. पुलिस डायरी में लिखी बातों का अध्ययन कर रही है. फिलहाल पुलिस ने इस केस के मुख्य आरोपी रवि सोजनिया को कोर्ट में पेश कर 3 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है.
डायरी में मृतक ने हमेशा बुरे कामों से डरने का जिक्र करते हुए लिखा है कि “अकाल मृत्यु वह मरे जो काम करे चंडाल का, काल उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का”. इससे पहले मृतक के मोबाईल से ऑडियो रिकार्डिंग सामने आई थी. सुसाइड के एक दिन पहले उसके साथ बैंक में काम करने वाले सहकर्मियों ने उसे 50 से ज्यादा कॉल किए थे। वहीं बैंक कर्मी प्रदीप के जीजा के आरोप है कि प्रदीप को गबन के झूठे आरोप में फंसाया गया था। उन्होने सुसाइड पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब प्रदीप के पास सारे सबूत थे तो फिर वो सुसाइड क्यों करेगा?
क्या है पूरा मामला
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राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में एक सप्ताह पहले लापता हुए एक बैंक कर्मी का शव बीते शुक्रवार को तालाब में मिला था. उसके पास से दो सुसाइड नोट भी मिले थे. पहले सुसाइड नोट में लिखा था कि मेरी मौत का जिम्मेदार राजगढ़ में रहने वाला रवि सोजनिया है। वही दूसरे सुसाईड नोट में 6 महीने बाद होने वाली बहन की शादी को कैंसिल नहीं करने की बात लिखी थी। बैंक कर्मी प्रदीप राणा पर 14 लाख रुपए के गबन करने के आरोप लगे थे, जिसमें से उसने 7 लाख रुपए बैंक में जमा भी कर दिए थे लेकिन बाद में बैंक द्वारा और भी रिकवरी निकाली जाने लगी तो उसके कुछ दिन बाद ही मृतक प्रदीप राणा घर से लापता हो गए और बाद में उनका शव एक तालाब में मिला.
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