पेंशन के इंतजार में बैठा रहा बुजुर्ग, रोजगार सहायक ने भर ली अपनी तिजौरी; फिर कलेक्टर ने लिया एक्शन
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Gwalior News: ग्वालियर में वृद्धा अवस्था पेंशन की चोरी का मामला सामने आया है. जहां एक पंचायत का रोजगार सहायक बुजुर्ग की पेंशन अपनी पत्नी के खाते में डलवाकर हजारों रूपये कमा रहा था. जब पेंशन नहीं मिलने से परेशान बुजुर्ग सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा था, तब जनपद पंचायत के एक बाबू की मदद से इस मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद कलेक्टर ने आरोपी सहायक को सेवा से बर्खास्त कर दिया.
मामला ग्वालियर की ग्राम पंचायत जोरा का है. जोरा के वृद्ध मंगीराम धानुक को वृद्धावस्था की पेंशन नहीं मिल पा रही थी, जिसके लिए वह जनपद पंचायत कार्यालय समेत कई सरकारी कार्यालय के चक्कर काट कर रहा था. लेकिन सरकारी कर्मचारियों का कहना था कि मांगीराम की पेंशन बराबर खाते में डाली जा रही है.
21 महीनों से डल रही थी पेंशन
रिकॉर्ड्स के मुताबिक बुजुर्ग के खाते में 21 महीनों से पेंशन डाली जा रही थी. परेशान बुजुर्ग के कहने पर जब जनपद पंचायत कार्यालय के एक बाबू ने चेक किया. फिर उस खाते की डिटेल लेकर एसबीआई बैंक पहुंचा. जब खाते की डिटैल निकलवाई गई तो पता चला कि यह पैसा तो उसी ग्राम पंचायत के ग्राम रोजगार सहायक गोविंद नारायण जाटव की पत्नी सीमा जाटव का है. उसी में 21 माह से यह पेंशन जा रही थी. इस खाते में हर महीने सरकार द्वारा 600 रुपये खाते में डाले जाते हैं.
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चौंकाने वाला खुलासा
जब खाते में हर महीने डाले जा रहे पैसों के बारे में जांच की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. सामने आया कि दरअसल जिस अकाउंट में हर महीने पैसे भेजे जा रहे थे, वह किसी वृद्ध का नहीं, बल्कि पंचायत के रोजगार सहाक की पत्नी का है. रोजगार सहायक गोविंद नारायण जाटव अपनी पत्नी सीमा के खाते में बुजुर्ग की वृ्द्धावस्था पेंशन डलवा रहा था. ऐसा पिछले 21 महीनों से किया जा रहा था. इस तरह सहायक और उसकी पत्नी ने हजारों रुपये ऐंठ लिए.
जब पेंशन में गड़बड़ी का ये मामला सामने आया तो जनपद सीईओ अशोक शर्मा ने जांच कराई, उसमें रोजगार सहायक द्वारा पेंशन में घोटाला करने की बात सही साबित हुई. इसके बाद मामले में एक्शन लेते हुए ग्वालियर कलेक्टर ने ग्राम रोजगार सहायक गोविंद नारायण जाटव को बर्खास्त कर सेवा समाप्त कर दी.
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