Chhatarpur News: मध्यप्रदेश की छतरपुर नगरपालिका में सागर लोकायुक्त की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निर्माण विभाग के सब इंजीनियर बाबूराम चौरसिया को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.नगरपालिका में पदस्थ निर्माण विभाग के सब इंजीनियर ने मकान निर्माण के लिए 30 रुपये की मांग की थी.
जानकारी के अनुसार छतरपुर की नगरपालिका में पदस्थ निर्माण विभाग के सब इंजीनियर बाबूराम चौरसिया द्वारा 11 मकानों के निर्माण की स्वीकृति हेतु 30 रुपये की मांग पिछले कुछ समय से की जा रही थी. जिसको लेकर आर्किटेक्ट उमेश चौरसिया ने रिश्वत देने से पहले इसकी शिकायत लोकायुक्त सागर की टीम को कर दी. जिसके बाद लोकायुक्त सागर की टीम ने सब इंजीनियर को रंगे हाथों गिरफ्तार करने का प्लान बनाया गया.
आज आर्किटेक्ट उमेश चौरसिया को 30 हजार रुपये लेकर नगरपालिका भेजा जिसके बाद पीछे से लोकायुक्त सागर की टीम पहुंच गई, और बाबूराम चौरसिया सब इंजीनियर रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो गए.
मकान निर्माण के लिए मांगी गई थी रिश्वत
आर्किटेक्ट उमेश चौरसिया ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि 11 मकानों के निर्माण हेतु स्वीकृति के लिए पिछले 1 साल से लगातार फाइलें लगी हुई है. जिसको लेकर सब इंजीनियर बाबूलाल चौरसिया टालमटोल कर रहे थे,और आखिरी में उन्होंने रिश्वत लेने के लिए अपना मुंह खोलते हुए राशि बता दी. जिसके बाद हमारे द्वारा इस बात की शिकायत लोकायुक्त में की गई और आज उन्हें 30 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर दिए गए. जिसके बाद सागर लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए सब इंजीनियर को गिरफ्तार किया है.
वही लोकायुक्त के अधिकारी का कहना है कि हमारी विभाग में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि निर्माण स्वीकृति हेतु रिश्वत मांगी जा रही है जिसको लेकर फरियादी द्वारा आज रिश्वत दी गई और हमारी टीम ने यह पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया है.
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