विदिशा: 7 साल के लोकेश की मौत के बाद जागा प्रशासन, बोरवेल खुला छोड़ने पर हुई बड़ी कार्रवाई

विवेक सिंह ठाकुर

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administration woke up after the death of 7-year-old Lokesh those who left the pit of borewell open were sent to jail
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MP News: विदिशा में खुले बोरवेल की वजह से हुए बड़े हादसे के बाद प्रशासन जागा प्रशासन, कलेक्टर के निर्देश पर  बोरवेल खुला छोड़ने वालों को कलेक्टर ने जेल भेज दिया है. लटेरी एसडीएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को जेल भेज दिया. विदिशा की तहसील लटेरी के ग्राम खेर खेड़ी में बोरवेल खुला छोड़ने पर हुई मासूम की मौत के बाद कलेक्टर के आदेश पर आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई है.

थाना आनंदपुर अंतर्गत ग्राम खेर खेड़ी के भूमि कब्जा धारी राम को बाई अहिरवार नीरज अहिरवार ने बोरवेल खुला छोड़ा था. खेत भूमि के मालिकों द्वारा दिए गए कोलीदारों पर भी कार्रवाई हुई है. आरोपी गणों के विरुद्ध धारा 304 ए 34 आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज हुआ. एसडीएम लटेरी ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए आरोपी नीरज अहिरवार एवं रघुवीर अहिरवार को जेल भेजा. कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने जिले में खुले बोरवेल छोड़ने पर कार्यवाही का भी आदेश किया जारी.

70 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था बच्चा
बता दें कि लटेरी में 70 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरे 7 साल के लोकेश को बचाया नहीं जा सका. बीते बुधवार को दोपहर 12 बजे तक करीब 25 घंटे चले ऑपरेशन के बाद लोकेश को बोरवेल से बाहर निकाला गया. लेकिन हॉस्पिटल में जांच के बाद डॉक्टरों ने 10 साल के मासूम को मृत घोषित कर दिया. प्रशासन की तरफ से NDRF और SDRF की टीम ने लगातार 25 घंटे तक गहरी खुदाई करके और टनल बनाकर लोकेश तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन जब तक रेस्क्यू टीम उसके पास पहुंची, लोकेश की सांसे थम चुकी थीं.

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बीते बुधवार को सुबह 11 बजे खेत में बंदरों को भगाने के दौरान लोकेश बोरवेल में गिर गया था. बोरवेल में 43 फीट गहराई में वह फंसा हुआ था. बोरवेल करीब 60 फीट गहरा है. इस बोरवेल के समानांतर रातभर गड्‌ढे की खुदाई की गई. आज सुबह 8 बजे तक 50 फीट गड्‌ढा खोदा गया, इसके बाद 5 फीट टनल बनाकर बच्चे को निकाला गया था.

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