Guna news: गुना में सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल को महज एक ही दिन गुजरा है और सब्जियों के दामों में इजाफा हो गया. आलू, टमाटर ,प्याज़ समेत हरी सब्जियों के दाम 4-5 रुपये तक बढ़ गए हैं. वहीं नानाखेड़ी मंडी के व्यापारियों ने भी 13 मार्च से डाक नीलामी बंद रखने का फैसला किया है. यह फैसला ऐसे वक्त हुआ, जब सीजन शुरू होने वाला है. इस हडताल से आम लोगों पर बुरा असर पड़ रहा है.
दरअसल मंडी प्रशासन द्वारा थोक सब्जी मंडी की जगह को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं. सब्जी व्यापारियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है. ऐसे में सब्जी व्यापारियों को चिंता सता रही है कि उनका व्यापार ठप हो जाएगा. मंडी प्रबंधन द्वारा सब्जी व्यापारियों को नोटिस थमा दिया गया है. व्यापारियों का कहना है, कि पहले भी दो बार स्थान बदला जा चुका है, लेकिन आज तक स्थायी व्यवस्था नहीं की गई है.
अगर जल्द रास्ता नहीं निकला तो सब्जियां महंगी होने लगेंगी और आम जनता की जेब पर काफी खबर पड़ेगा. हड़ताल का असर आलू, प्याज, गोभी, टमाटर, शिमला मिर्च के दामों में पर पड़ा है. पहले के दामों से 4-5 रूपये तक बढ़ोतरी हुई है.
हड़ताल का असर सब्जी हुई महंगी

प्रशासनिक व्यवस्था से नाराज थोक सब्जी व्यापारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. हड़ताल का प्रभाव भी सब्जी मंडी में दिखाई देने लगा है. मंडी समिति और व्यापारियों के बीच की लड़ाई ने ग्राहकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ा दिया है. ग्राहकों के झोले में सब्जी की मात्रा भी घट गई है. सब्जी व्यापारियों की हड़ताल को अन्य संगठनों ने भी समर्थन दिया है. यदि जल्द ही हड़ताल को खत्म नहीं किया जाता तो हालात बेकाबू हो जाएंगे.

सब्जी के लिए भटकत रहे लोग
आसपास इलाके के लोग सब्जी की खरीदारी इसी मंडी से करते हैं. स्थानीय स्तर पर यह सब्जी का होलसेल मार्केट है. हर दिन 30 टन सब्जी की बिक्री होती है. दुकानें बंद रहने के कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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