Guna news: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहना योजना के माध्यम से चुनावी बिसात तैयार करने में जुटे हुए हैं. लेकिन मध्यप्रदेश शासन के कर्मचारी मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेरने की तैयारी में हैं. कर्मचारी नियम विरूद्ध लाड़ली महिला के खिलाफ झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं. ताकि महिला को योजना का लाभ न मिल सके.
जानकारी के मुताबिक उमरी पंचायत सचिव मनोज शर्मा के ऊपर दो महीने पूर्व छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था. जिस महिला ने ये मामला दर्ज कराया था, सचिव ने उसी महिला को योजना से अपात्र के करने के लिए गलत जानकारी दर्ज कर दी. जिससे महिला को योजना का लाभ मिलने में परेशानी हो रही है.
सचिव ने जानबूझकर दी गलत जानकारी
मनोज शर्मा ने जानबूझकर ऑनलाइन दस्तावेजों में महिला को अविवाहित दर्ज किया. जिसके चलते उसे लाड़ली बहना योजना में अपात्र कर दिया गया. पंचायत सचिव मनोज शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला ने बताया कि उसने सचिव के खिलाफ दो महीने पहले महिला थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था. सचिव ने रंजिस के चलते ये हरकत की है. जिससे उसे योजना का फायदा न मिल सके. पंचायत सचिव मनोज शर्मा ने महिला राजकुमारी साहू के साथ छेड़छाड़ की थी. जिसके बाद एफआईआर दर्ज कराई गई. इसी बात को लेकर पंचायत सचिव ने अपनी दुश्मनी निकालते हुए लाड़ली बहना योजना के दस्तावेजों में हेरफेर करते हुए महिला को अविवाहित दर्ज करा दिया. राजकुमारी साहू ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर से करते हुए दस्तावेजों को दुरुस्त कराने की मांग की है. पंचायत सचिव ने महिला के आरोपों को नकारते हुए मामले की जानकारी होने से इंकार किया है.
निजी दुश्मनी आई सरकारी काम के आड़े
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के नाम पर निजी दुश्मनी से जुड़े इस मामले ने मैदानी अमले की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. चुनाव से पहले प्रदेश सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना की मॉनिटरिंग खुद सीएम शिवराज सिंह कर रहे हैं। लेकिन उनके अधीनस्थ कर्मचारी लाड़ली बहना योजना को पलीता लगा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: CM शिवराज का शिक्षकों को लेकर बड़ा ऐलान, अब दूसरे साल से ही 100% सैलेरी, कांग्रेस ने भी दिया ये जवाब