Bageshwar Dham Controvercy: एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से जबलपुर में जब बागेश्वर धाम विवाद पर सवाल किया गया तो बिना जवाब दिए कमलनाथ वहां से चले गए. उन्होंने बागेश्वर धाम विवाद पर कुछ नहीं कहा. बस जबलपुर में नर्मदा की पूजा अर्चना की बात की और फिर अपनी गाड़ी में बैठ चले गए. लेकिन अब लगता है कि कांग्रेस भी इस विवाद को लेकर बंट गई है.
एमपी के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार गोविंद सिंह ने तो सीधे-सीधे बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री से जवाब मांग लिया था. एक दिन पहले जब गोविंद सिंह ने बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री से पूछ लिया कि जब अंध श्रद्धा उन्मूलन वालों ने दिव्य दरबार में आने की चुनौती दी तो वो वहां से अपना बिस्तर लेकर क्यों भाग लिये?
दूसरे कांग्रेस नेता ने की तारीफ
इससे पहले कांग्रेस के ही कद्दावर नेता पीसी शर्मा ने एक निजी चैनल से इंटरव्यू में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया था. फिलहाल कांग्रेस के इन नेताओं को देखकर तो यही लगता है कि पार्टी में अभी तक किसी मुद्दे पर एक राय नहीं है. हर नेता अपने फायदे के हिसाब से बयान देता है. अगर ऐसा ही रहा तो 2023 विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.