Mandla Millet News: मंडला में केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने मिलेट किसान सम्मेलन तथा प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया. उन्होंने मिलेट उत्पादों की प्रदर्शनी के दौरान स्टाल्स का अवलोकन कर मोटे आनाज से बनी चीज़ों का स्वाद चखा. प्रह्लाद पटेल ने सम्मेलन में किसानों से मिलेट (मोटा अनाज, बाजरा) के उत्पादन को बढ़ावा देने की बात कहते हुए कहा कि केंद्र सरकार मोटे अनाज को बढ़ावा देने हर संभव मदद करेगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2023 को मिलेट ईयर के तौर पर मनाने का प्रस्ताव प्रधान मंत्री का था. देश मे होने वाले जी 20 देशों के सम्मेलन में पहुंचने वाले विदेशी मेहमानों को पूरे सम्मेलन के दौरान देश के 90 स्थानों में मोटे अनाज से बने व्यंजनों का नाश्ता कराया जाएगा.
विदेशियों को मोटे अनाज के व्यंजनों की ओर आकर्षित उनका विभाग हर संभव कोशिश करेगा। जिससे विदेशी लोग मोटे अनाज (कोदों, कुटकी, रागी आदि ) के बने व्यंजनों की ओर आकर्षित हो. मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि हम और मंडला गौरवान्वित है. प्रदेश का पहला जिला है, जहां 31 हजार मीट्रिक टन मोटा अनाज पैदा होता है. हमें प्रयास करने होंगे कि मोटे अनाज के उत्पादों के लिए यंहा प्रोसेसिंग यूनिट्स तैयार हो और हम मोटे अनाज के उत्पादों को इम्पोर्ट, एक्सपोर्ट कर सकें. उन्होंने मिलेट की खेती को बढ़ावा देने की बात करते हुए कहा कि पहले यह खेती परम्परिक थी. इसमें पानी और खाद की जरुरत नहीं होती थी.
मोटे अनाज का बाजार पूरी दुनिया
प्रहलाद पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का हृदय से आभारी हूं, पूरी दुनिया उनका आभार मान रही है, क्योंकि मिलेट ईयर घोषित कराने का जो प्रस्ताव था वह आदरणीय प्रधानमंत्री जी का था. जो मोटा आंकड़ा भारत के पास था उसमें दुनिया में जो मोटा अनाज पैदा होता है उसका 40 फीसदी भारत में पैदा होता है. जो दूसरा आंकड़ा है उसमें हम तीसरे नंबर के निर्यातक भी हैं. मंडला मध्य प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जहां कोदो कुटकी ओडीओपी में है. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की पहचान में है. इसलिए मंडला जिला तय हुआ ताकि उत्पादक को भी पता चलना चाहिए. जो लोग उनसे माल खरीदते हैं, उनके पास प्रोसेस होकर जाये. इस समय पूरी दुनिया मिलेट्स चाह रही है. हमारे पास पूरी दुनिया बाजार के रूप में है.