Mahashivratri Mahavarv 2023: देशभर में महाशिवरात्रि की धूम है. उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. महाशिवरात्रि के 2 दिन पहले ही महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाना है, इसके लिए प्रशासन पिछले कई दिनों से व्यवस्था में लगा हुआ है. हर वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर महाकाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की पहुंचने का अनुमान है, क्योंकि इस वर्ष महाकाल लोक के बन जाने के कारण देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आएंगे और दर्शन लाभ प्राप्त करेंगे.
शिवरात्रि की तैयारियों को लेकर जो व्यवस्था है. उसके अनुसार शिवरात्रि पर सुबह पट खुलने के बाद से ही आम श्रद्धालुओं के दर्शन शुरू हो जाएंगे. इस दौरान भक्त चलित भस्म आरती के दर्शन करते हुए तीन अलग-अलग द्वार से बाहर होंगे. मंदिर दर्शन करने वाले भक्त श्री महाकाल लोग के नंदी द्वार से प्रवेश के बाद तीन कतारों में चलेंगे. इसके बाद सीधे मानसरोवर द्वार होते हुए फैसिलिटी सेंटर और कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम से दर्शन करते हुए गेट नंबर 4 और 5 से मुख्य निर्गम द्वार से दर्शनार्थी बाहर होंगे.
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पार्किंग व्यवस्था की अलग से व्यवस्था
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति और प्रशासन के द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है. महाकाल दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से पुलिस ने अपील की है कि वह नियमों का पालन कर पुलिस का सहयोग करें. मंदिर दर्शन व्यवस्था मार्ग में सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे. मुख्य पार्किंग कर्कराज महादेव की रहेगी, जहां चार पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे. इस व्यवस्था से ट्रैफिक जाम जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
वहीं जूता चप्पल स्टैंड भी तीन स्थानों पर बनाए गए हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग का अमला भी यहां तैनात रहेगा जिसे श्रद्धालु सुविधा पूर्वक बाबा महाकाल के दर्शन प्राप्त कर सकेंगे.
भक्तों को उमामहेश रूप में बाबा के दर्शन
आज शिव नवरात्र पर्व का सातवां दिन है जिसमें बाबा महाकाल ने भक्तों को उमामहेश रूप में दर्शन दिए, शिव और पार्वती के एक साथ दर्शन किए श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल माता पार्वती के संग युगल रूप से विराजित है.
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