MP Politics: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह पर विकास यात्रा के बहाने निशाना साधा है. वह उमरिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, जहां उन्होंने शिवराज की विकास यात्रा को नौटंकी करार दिया है. इसके साथ ही MP Tak की ‘बैठक’ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव के भावी सीएम को लेकर दिए बयान पर फिर से सफाई दी. कमलनाथ ने कहा-“कोई ये नारा लगाए, मैं उसे रोक नहीं सकता हूं. परंतु मैं किसी पद के लोभ में नहीं हूं. मैं मध्य प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखना चाहता हूं. वह बिना पद के भी हो सकता है.”
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा, “लाडली बहन योजना चालू कर दी है, ये घोषणावीर हैं और यह बात उन्होंने खुद कही है. मैंने खुद टेलीविजन पर सुना है. लेकिन मैं आपको बता दूं कि ये झूठ की मशीन हैं.” पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा- “शिवराज सिंह जी विकास यात्रा निकाल रहे हैं. मध्य प्रदेश इतना बड़ा मजाक हुआ है, जो पहले कभी नहीं हुआ. वह 18 सालों का हिसाब दें, मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगते हैं, लेकिन जनता मेरी गवाह है, मुझे हिसाब देने की जरूरत नहीं है. ढाई महीने आचार संहिता में निकल गए थे और एक महीने उथलपुथल में. मैं सीएम था और सौदा कर सकता था. यह सब अचानक नहीं हुआ, मुझे पता था कि इत्ता पैसा दिया जा रहा है, मैं कुर्सी के लिए सौदा नहीं करना चाहता था, मप्र की पहचान कुर्सी के लिए सौदे से नहीं करवा सकता था.”
“शिवराज सिंह चौहान जी की नाटक नौटंकी जनता समझ रही है, वह भोली है लेकिन समझदार भी है, इसलिए उसे ज्यादा ज्ञान न दें. शिवराज सिंह जी की विकास यात्रा नहीं निकास यात्रा है.”
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संविधान गलत हाथों में पहुंच जाए तो जोड़ने की संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी: कमलनाथ
इससे पहले कमलनाथ ने उमरिया में जनाक्रोश रैली की, जिसमें उन्होंने कहा कि उमरिया की पहचान वन और कोयले की खदानों से रही है, अन्य प्रदेश के लोग यहां रोजगार के लिए आते थे, पर आज यहां मजदूरों का पलायन हो रहा है, भारी संख्या में बेरोजगारी है. बाबा साहब ने हमे संविधान दिया, संविधान बनाने से पहले कितनी चुनौतियां थी, पर ये जब बना तो विश्व के क़ई देशों ने इसी संविधान की नकल की. उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अगर संविधान गलत हाथों में चला जाए तो जोड़ने की संस्कृति खतरे में आ जाएगी.
देश की संस्कृति बचाना भी कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा
कमलनाथ ने कहा कि 2023 चुनाव में दूसरे मुद्दे के अलावा देश की संस्कृति को बचाना भी कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा है. उन्होंने आगे कहा कि 15 साल बाद वर्ष 2020 के दिसंबर माह में कांग्रेस की सरकार बनी, इस दौरान प्रदेश क़ई चुनौतियों से गुज़र रहा था, खास तौर से किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिलाओं पर अत्याचार जैसे क़ई ज्वलंत मुद्दे में प्रदेश एक नंबर पर रहा है. कांग्रेस ने अपनी नीति और नीयति को कायम रख प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए सबसे पहले कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने मजबूत फैसला लेते हुए 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया. दूसरी किश्त में और भी किसान थे, पर भाजपा सरकार ने विधायकों की खरीद फरोख्त कर सरकार गिरा दी, उन्होंने कहा कि मैं भी मुख्यमंत्री था, हम भी चाहते तो सौदा कर लेते पर हमने कुर्सी के लिए सौदा नही किया.
– उमरिया से महेश भट्ट की रिपोर्ट
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