Vidisha Suicide Case: मध्य प्रदेश के विदिशा में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले बीजेपी नेता, जो क्षेत्र का पूर्व पार्षद भी रह चुका था, उसने गुरुवार को शाम अपने दो बेटों और पत्नी के साथ जहर खाकर परिवार सहित सुसाइड कर ली. उसके मासूम बेटों की की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और पति-पत्नी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. संजीव ने कुछ देर पहले ही फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट डाली थी.
घटना की सूचना मिलते ही भाजपा के पदाधिकारी, विदिशा सांसद और पुलिस प्रशासन अस्पताल पंहुच गया. घटना के बारे में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया संजीव मिश्रा अपने बेटे की एक गंभीर बीमारी से पीड़ित था, इसी के चलते यह कदम उठाया है. पूर्व पार्षद संजीव मिश्रा पुलिस को सूचना मिली थी कि उनके घर का अंदर से दरवाजा बंद है, इसके पहले उन्होंने फेसबुक पर भी उसे शेयर की थी. लोगों की मौजूदगी में ताला तोड़ा गया. घर का तो संजीव मिश्रा उनकी पत्नी और दोनों बच्चे बहुत बुरी हालत में थे, बच्चों की डेथ हो चुकी थी. पति-पत्नी की भी इलाज के दौरान मौत हो गई है.
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फेसबुक पर अपने परिवार की फोटो शेयर बयां किया दर्द
पूर्व पार्षद और भाजपा नेता संजीव मिश्रा ने मौत से पहले फेसबुक पर पोस्ट लिखकर अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने लिखा कि… शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं, भाग्य में नहीं था हमकाे मिला नहीं… इसके साथ ही उन्होंने एक और पोस्ट की, जिसमें लिखा- ईश्वर दुश्मन के बच्चों को भी यह बीमारी न दे, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी डीएमडी… असल में, वह अपने बच्चों की बीमारी से परेशान थे, बड़े बच्चे को बीमारी होने के बाद छोटे बच्चे पर भी उसका असर आ गया था. जब उन्होंने फेसबुक पर दर्द बयां किया तो लोगों को शंका हुई और उनके घर की तरफ भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उन्हें बचाया नहीं जा सका.
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कलेक्टर ने कहा- बीमारी से परेशान थे संजीव मिश्रा
विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि संजीव मिश्रा और उनकी पत्नी, दो बच्चों के बारे में जो जानकारी मिली थी. फौरी तौर पर जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, उनके बच्चों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी डीएमडी जैसी बीमारी थी तो उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं अपने बच्चों को नहीं बचा पा रहा हूं, उन्होंने दरवाजा बंद करके सल्फास खा लिया.