मंडला में 7वीं की छात्रा ने हॉस्टल के अपने कमरे में लगाई फांसी, घर से 2 दिन पहले आई थी परीक्षा देने
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![मंडला में 7वीं की छात्रा ने हॉस्टल के अपने कमरे में लगाई फांसी, घर से 2 दिन पहले आई थी परीक्षा देने 7th class student hanged in her hostel room in Mandla came 2 days before home to give exam](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202303/mandla-crime-768x432.jpg?size=948:533)
Mandla News: मंडला में 7वीं की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. छात्रा ने सरकारी हॉस्टल के अपने कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर उसमें लटक गई. मामला मोहगांव थाना क्षेत्र के शासकीय कन्या शिक्षा परिसर खर्रा छापर का है, यहीं पर छात्रा का हॉस्टल भी है, जहां उसका शव कपड़े से लटका मिला. कमरे का दरवाजा बंद देख जब दूसरी छात्राओं ने खिड़की खोली तो उन्होंने 13 वर्षीय छात्रा को फांसी पर लटका देखा, इससे छात्राओं की चीख निकल गई. तत्काल इसकी जानकारी छात्रावास अधीक्षक को दी गई.
छात्रावास अधीक्षक ने मोहगांव थाना को इसकी सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया और शव को नीचे उतारा. मोहगांव थाना प्रभारी विजय ठाकुर ने फ़ोन पर बताया कि छात्रा बोडा सिल्ली गांव की रहने वाली है. फरवरी माह में इसकी उपस्थिति काफी कम थी. स्कूल की परीक्षाएं शुरू होने की वजह से छात्रा 2 मार्च को वह हॉस्टल वापस आई थी और इसके बाद वह घर वापस लौट गई थी.
परीक्षा देने 10 मार्च को आई थी हाॅस्टल
10 मार्च को वह फिर से परीक्षा देने आई और उसके बाद छात्रावास अधीक्षक से घर जाने छुट्टी मांगने लगी. छात्रावास अधीक्षक ने उसके पिता से फ़ोन में संपर्क किया तो पिता ने परीक्षा होने की वजह से घर लाने से मना कर दिया. 11 मार्च की शाम उसका शव हॉस्टल में उसके ही कमरे में लटका मिला. अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि छात्रा ने महज 13 साल की उम्र फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों कर ली. फ़िलहाल पुलिस ने मार्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. छात्रा का पोस्टमार्टम चिकित्सकों की 2 सदस्यीय टीम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोहगांव में आज किया जायेगा.
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छात्रा के बारे में बताया जा रहा है कि उसकी मां धर्मी बाई का छह साल पहले निधन हो गया था, और पिता सुदेश कुमार मरावी ने दूसरी शादी कर ली और बेटी पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा था. इस वजह से वह अपने दादा-दादी के पास ही रहती थी. फरवरी माह में उसकी स्कूल में उपस्थिति भी काफी कम थी.
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